चंडीगढ़, 27 जून (Udaipur Kiran) । पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने नशा तस्करी और आय से अधिक संपत्ति मामले में गिरफ्तार शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की मजबूत घेराबंदी कर दी है। पंजाब पुलिस के पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चटोपाध्याय ने शुक्रवार को विजिलेंस ब्यूरो के समक्ष अपने बयान दर्ज करवाकर कहा है कि मजीठिया के नशा तस्करों से संबंध के पुख्ता सबूत हैं।
करीब एक घंटा विजिलेंस अधिकारियों से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात करते हुए पूर्व डीजीपी ने कहा कि हमने 2021 में जब बिक्रम मजीठिया पर पर्चा दर्ज किया था, उस समय भी हमारे पास पुख्ता सबूत थे। इस समय भी सबूत है। पूर्व डीजीपी ने कहा कि वह आज अधिकारिक रूप से बयान दर्ज करवाने नहीं आए थे। उन्होंने कहा कि उस समय केस के बारे में मिली जानकारियों के बारे में पंजाब विजिलेंस ब्यूरो को बताया है, ताकि वह मजबूती से केस को अदालत में रख पाएं।
उन्होंने कहा कि 2012-13 में मजीठिया के खिलाफ सबूत थे। उस समय अकाली दल भाजपा की सरकार थी। उस समय मजीठिया मंत्री थे। ऐसे में कुछ नहीं हुआ। हालांकि उन्होंने कहा कि मजीठिया ड्रग तस्करों से संबंध है। पूर्व डीजीपी ने कहा कि पुलिस और नशा तस्करों पर नजर रखने के लिए पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने एक एसआईटी बनाई थी। हमारी एसआईटी ने तीन रिपोर्ट दी थी, जबकि एक रिपोर्ट मैंने अलग से दी थी। वह अब भी बंद है। उन्होंने कहा कि हर जगह कुछ लोग होते हैं, जो संस्था को बदनाम करते हैं।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
