
कोलकाता, 27 जून (Udaipur Kiran) । कोलकाता के एक लॉ कॉलेज परिसर में छात्रा से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले ने पश्चिम बंगाल की राजनीति को गरमा दिया है। घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सीधा निशाना साधा है और राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
भाजपा आईटी सेल प्रमुख और पश्चिम बंगाल के लिए पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित मालवीय ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक बयान जारी करते हुए कहा कि ममता बनर्जी के शासन में बंगाल महिलाओं के लिए एक भयावह जगह बन चुका है, जहां दुष्कर्म आम त्रासदी बनती जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में तृणमूल कांग्रेस से जुड़े एक नेता का नाम सामने आ रहा है।
दुष्कर्म की यह वारदात दक्षिण कोलकाता लॉ कॉलेज (नया परिसर), कसबा में बुधवार रात को घटी। इस मामले में अब तक तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से एक पूर्व छात्र है जबकि दो आरोपित वर्तमान में इसी कॉलेज के छात्र हैं। पीड़िता भी इसी कॉलेज की छात्रा है।
मालवीय ने इस घटना की तुलना पिछले साल अगस्त में आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हुई जूनियर डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या की घटना से की। उन्होंने कहा कि आर. जी. कर की भयावह घटना अभी भूली भी नहीं थी कि एक और वीभत्स वारदात सामने आ गई। ममता बनर्जी के शासन में महिलाओं की सुरक्षा एक मज़ाक बनकर रह गई है। हम पीड़िता और उसके परिवार के साथ खड़े हैं। जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती, भाजपा चुप नहीं बैठेगी।
इस मामले को लेकर राज्य के शहरी विकास मंत्री और कोलकाता नगर निगम के मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि मामला गंभीर है, लेकिन वह पूरी जानकारी के बिना इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि मैंने अभी मीडिया से इस मामले की जानकारी पाई है। इसकी गंभीरता को समझते हुए मैं विवरण मिलने के बाद ही प्रतिक्रिया दूंगा।
दूसरी तरफ, विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि यह मामला आर. जी. कर जैसी बड़ी घटना में तब्दील होगा और पार्टी इसे अंतिम अंजाम तक लेकर जाएगी।
इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से इस विषय पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। वह इस समय पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा में भगवान जगन्नाथ मंदिर की रथयात्रा में भाग लेने पहुंची हुई हैं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
