
शिमला, 27 जून (Udaipur Kiran) । कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और ठियोग से विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने हिमाचल प्रदेश में बढ़ते अवैध वन कटान और खनन को लेकर अपनी ही सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने चेताया है कि यदि समय रहते इस गंभीर मुद्दे पर सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो प्रदेश को हर वर्ष प्राकृतिक आपदाओं से भारी नुकसान झेलना पड़ेगा।
राठौर ने शुक्रवार को शिमला में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि हाल ही में कुल्लू में बादल फटने की घटना के बाद बाढ़ में बड़ी मात्रा में बहकर आई लकड़ी इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर अवैध जंगलों की कटाई हो रही है। उन्होंने कहा कि इसी तरह की स्थिति 2023 की आपदा में भी देखने को मिली थी, जब जगह-जगह लकड़ियां बहती दिखाई दी थीं। उन्होंने सवाल उठाया कि ये लकड़ियां आखिर कहां से आ रही हैं? इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में जहां भी पावर प्रोजेक्ट्स लगाए जा रहे हैं, वहां बिना पर्यावरणीय संतुलन का ध्यान रखे अंधाधुंध पेड़ों का कटान किया जा रहा है। इससे पहाड़ों की संरचना प्रभावित हो रही है और बादल फटने जैसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं।
राठौर ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू से अपील करते हुए कहा कि उन्हें इस विषय पर गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए और अवैध खनन और जंगल कटान पर सख्त रोक लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि प्रकृति के साथ छेड़छाड़ यूं ही जारी रही, तो आने वाले समय में प्रदेश को और अधिक भयानक आपदाओं का सामना करना पड़ सकता है।
कुलदीप राठौर का यह बयान ऐसे समय आया है जब मानसून ने दस्तक दी है और प्रदेश के कई हिस्सों में भूस्खलन, बाढ़ और सड़कों के टूटने जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं। कांगड़ा और कुल्लू जिलों में बादल फटने के बाद आई बाढ़ में सात लोगों की मौत हुई है और कई अन्य लापता हैं।
—————
(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
