
गुवाहाटी, 27 जून (Udaipur Kiran) । पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के लामडिंग-बदरपुर पहाड़ी खंड में पिछले दिनों हुए भारी भूस्खलन के कारण असम के बराक घाटी समेत त्रिपुरा एवं अन्य राज्यों की रेल सेवा और राष्ट्रीय राजमार्ग-27 बाधित हो गया है। रेल और सड़क मार्ग बंद होने की वजह से यात्रियों की आवाजाही के साथ ही अत्यावश्यक वस्तुओं की ढुलाई पर असर पड़ा है।
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के अभियंता, कर्मचारी ट्रेन सेवा को बहाल करने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। इस बीच असम सरकार की मंत्री नंदिता गार्लोसा ने गुरुवार को भूस्खलन प्रभावित इलाके का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
अपने दौरे के दौरान मंत्री गरलोसा ने कहा कि पूसीरे की क्षतिग्रस्त रेलवे पटरियों को ठीक करने और यातायात बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहा है। हालांकि, रात में बार-बार होने वाली बारिश से भूस्खलन भी तगातार हो रहा है, जिससे यातायात बहाली की प्रक्रिया धीमी हो रही है। चुनौतियों के बावजूद, रेलवे अधिकारी सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं और उम्मीद जताई है कि आगामी रविवार तक लामडिंग-बदरपुर पहाड़ी लाइन पर ट्रेन की आवाजाही फिर से शुरू हो सकती है।
जटिंगा और लामपुर के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग-27 के भूस्खलन प्रभावित खंड के बारे में मंत्री ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) एक वैकल्पिक मार्ग के निर्माण पर विचार कर रहा है। आईआईटी गुवाहाटी के विशेषज्ञों की एक टीम ने पहले ही क्षेत्र का सर्वेक्षण किया है और प्रस्तावित सड़क के लिए एक नया मार्गरेखा सुझाया है। मंत्री ने पुष्टि की कि आईआईटी टीम द्वारा दी गई सिफारिशों के आधार पर वैकल्पिक मार्ग का निर्माण किया जाएगा। निरीक्षण से यह पता चलता है कि सरकार डिमा हसाओ क्षेत्र में रेल और सड़क संपर्क के मुद्दों को हल करने में तत्पर है, जो भारी बारिश और भूस्खलन से बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
उल्लेखनीय है कि हाफलोंग से 23 किलोमीटर दूर जातिंगा-लमपुर के भूस्खलन स्थल की हाल की पर्यावरण स्थिति का जायजा भी मंत्री नंदिता गार्लोसा ने लिया।———–
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय
