

अनूपपुर, 26 जून (Udaipur Kiran) । विगत 10 दिनों से राजेंद्रग्राम क्षेत्र में घूम रहे चार हाथियों का समूह खाने की तलाश को लेकर प्रत्येक रात में ग्रमीणों के कई घरों मे तोड़फोड़ कर वहा रखे अनाज व अन्य खाद्य समग्री को अहार बनाया। वहीं हाथियों की धुसपैठ से ग्रामीण परेशान है। इसके निदान के लिए किसी भी तरह की योजना अब तक तैयार नहीं हो सकी हैं। गुरूवार को दसवें दिन चारों हाथियों का समूह वन परिक्षेत्र राजेंद्रग्राम के तुलरा बीट के जंगल में दिन में डेरा जमाये हुए हैं।
ज्ञात हो कि 14 जून की रात चार हाथियों का समूह छत्तीसगढ़ के मरवाही सीमा को पार करते हुए अनूपपुर जिले के जैतहरी एवं अनूपपुर तहसील क्षेत्र से 17 जून की रात राजेंद्रग्राम में निरंतर वितरण कर रहे हैं। हाथियों का समूह करनपठार बीट के क्योटार गांव के कोल्लिहाटोला निवासी भूखा सिंह, शिवचरण, रामचरन, कुंदन सिंह एवं सुंदर सिंह के घरों में तोड़फोड़ कर घर के अंदर रख विभिन्न तरह के अनाजों को खाने हुए, करनपठार बीट के बघाड़ी एवं तुलरा के क्योटार, पिपरिया, कुसेरा, अतरिया, बहेराटोला से करनपठार के बेलाटोला में रात को ओमप्रकाश सिंह, रोहन सिंह, अजय सिंह, सन्तोष सिंह, जय सिंह, रामलाल सिंह, लमिया सिंह एवं चरनलाल सिंह सहित आठ ग्रामीणों के कच्चे मकान में तोड़फोड़ कर अंदर रख विभिन्न तरह के अनाजों को अपना आहार बनाया है।
हाथियों के गांव एवं टोला,मोहल्ला में आने से ग्रामीणों को परिवारों को लेकर इधर-उधर भाग कर,पक्के मकानो में रत रातजगा कर कर अपनी जान बचा रहे हैं। हाथियों का समूह गुरुवार को बेलाटोला, श्यामदुआरी से तुलरा बीट से लगे दुआहीघाट के जंगल में डेराजमारखा हैं। रात में किस तरफ नुकसान पहुंचाएंगे यह रात होने पर ही पता चल सकेगा। हाथियों के निरंतर विचरण पर गस्ती दल ग्रामीणों को सचेत एवं सतर्क करते हुए हाथियों पर निगरानी रखे हुए है।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला
