West Bengal

दीघा रथयात्रा से पहले ममता बनर्जी ने की उच्चस्तरीय बैठक, शुक्रवार दोपहर ढाई बजे शुरू होगी यात्रा

पत्रकारों से बात करती हुईं मुख्यमंत्री

कोलताता, 26 जून (Udaipur Kiran) । दीघा में जगन्नाथ मंदिर से पहली बार निकलने जा रही रथयात्रा को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। राज्य सरकार ने इसे लेकर व्यापक सुरक्षा और व्यवस्थाओं की तैयारी की है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद बुधवार को दीघा पहुंचीं और मंदिर परिसर में व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को जगन्नाथ मंदिर ट्रस्ट कमिटी के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक के बाद वह मंदिर के सात नंबर गेट से तीन नंबर गेट तक पैदल चलीं और सड़क के साथ रथ के आकार और दिशा का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ पांच मंत्री –अरूप विश्वास, इंद्रनील सेन, चंद्रिमा भट्टाचार्य, सुजित बोस और स्नेहाशीस चक्रवर्ती भी मौजूद थे। हिडको के उपाध्यक्ष भी वहां उपस्थित रहे।

पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने बताया कि शुक्रवार सुबह 9:30 बजे से पूजा शुरू होगी और दोपहर 2:00 से 2:30 बजे के बीच आरती होगी। इसके तुरंत बाद मुख्यमंत्री खुद मंदिर में पहुंचेंगी। दोपहर करीब 2:30 बजे से रथ खींचना शुरू किया जाएगा और शाम 4:00 बजे तक रथ ‘मासीबाड़ी’ पहुंचेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि मंदिर परिसर में पाषाण प्रतिमा रहेगी जबकि नीम की लकड़ी से बनी प्रतिमा रथ में स्थापित की जाएगी।

रथ यात्रा में हजारों श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। बैरिकेडिंग की गई है ताकि श्रद्धालु सुरक्षित दूरी से रथ यात्रा का दर्शन कर सकें। रथ की रस्सी बैरिकेड तक पहुंचेगी, जिससे श्रद्धालु उसे छू सकेंगे। लगभग तीन-चौथाई किलोमीटर की दूरी तय करने वाले रथ को बीच-बीच में रोका जाएगा ताकि लोग भगवान जगन्नाथ के दर्शन कर सकें।

गुरुवार तड़के 6:30 बजे मंदिर के गर्भगृह के द्वार खुले और ‘अनसर’ अवधि समाप्त हुई। इसके बाद भगवान जगन्नाथ ने नववेश में दर्शन दिए। ‘नेत्र उत्सव’ के अवसर पर मंगला आरती की गई और भगवान को 56 प्रकार के भोग अर्पित किए गए जिनमें खिचड़ी, दाल, सूक्तो, मोचा, पटल की सब्जी, बंगाल की पारंपरिक मिठाइयां और खीर शामिल थे। शाम को रस्सी पूजन भी होगा जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मौजूद रहने की संभावना है।

प्रशासन की ओर से कहा गया है कि रथयात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को रोकने के लिए हरसंभव तैयारी की जा रही है और श्रद्धालुओं से संयम बरतने की अपील की गई है।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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