Uttrakhand

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर पंचायत चुनाव समेत अन्य मुद्दों पर घेरा

पत्रकार वार्ता करते पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत।

नैनीताल, 26 जून (Udaipur Kiran) । उत्तराखंड के नैनीताल जनपद से वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपनी ‘न्याय यात्रा’ के सातवें चरण में गुरुवार को नैनीताल पहुंचकर राज्य सरकार पर पंचायत चुनाव न कराए जाने, कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों में बढ़ते जाम, सड़क दुर्घटनाओं, भ्रष्टाचार व नशे को लेकर गंभीर सवाल उठाए।

पत्रकारों से वार्ता के दौरान उन्होंने राज्य के पारंपरिक फल ‘तिमिल’ के साथ वार्ता की शुरुआत करते हुए कहा कि पंचायत चुनावों का मामला भले ही उच्च न्यायालय में लंबित है, फिर भी सरकार की मंशा पर प्रश्नचिन्ह खड़े हो गये हैं। पंचायत चुनाव टालने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने जानबूझकर ऐसी खामियां छोड़ीं, जिससे न्यायालय से चुनाव पर रोक लग सके। उन्होंने कहा कि चुनाव की अधिसूचना जारी करने के साथ उसे विधानसभा के पटल पर रखने का प्रावधान है, लेकिन सरकार ने यह प्रक्रिया पूरी नहीं की।

आरक्षण व्यवस्था पर भी उठाए सवाल

हरीश रावत ने आरोप लगाया कि सरकार ने 2016 के पंचायती राज अधिनियम के तहत आरक्षण से जुड़े प्रावधानों को बिना कारण शून्य कर दिया, जिससे कुछ क्षेत्र लगातार आरक्षित व कुछ लगातार अनारक्षित रह गये। उन्होंने विशेष रूप से अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आरक्षण लागू न करने और जिला पंचायत अध्यक्ष पदों पर आरक्षण न देने पर भी प्रश्न उठाते हुए कहा कि यह सत्ता में बैठे लोगों द्वारा चुनावी लाभ उठाने की पूर्वनियोजित रणनीति का हिस्सा हो सकता है। उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा है कि न्यायालय इस बेइमानी को पकड़ेगा और सरकार को व्यवस्था दुरुस्त करने को कहेगा।

कुमाऊं में जाम की समस्या और सुझाव

कुमाऊं के दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों में यातायात जाम की गंभीर होती स्थिति पर भी उन्होंने सरकार को घेरा। कहा कि वर्ष 2017 से सरकार ने न तो सड़कों की वहन क्षमता का आकलन किया और न ही वैकल्पिक मार्ग बनाए। उन्होंने काठगोदाम से कैंची धाम, ज्योलीकोट तक लगने वाले जाम और क्वारब में दो-तीन वर्षों से जारी भू-स्खलन की समस्या का हवाला देते हुए कोटाबाग-बेतालघाट वैकल्पिक मार्ग तथा रामगढ़ से अल्मोड़ा तक की सड़क को चौड़ा करने का सुझाव दोहराया।

भ्रष्टाचार व नशे पर हमले

भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में भ्रष्टाचार को शिष्टाचार में बदल दिया गया है। साथ ही राज्य को सूखे नशे के आगोश में धकेला जा रहा है। उन्होंने राज्य में लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता जताते हुए सुझाव दिया कि पर्वतीय क्षेत्रों में आने वाले बाहरी लोगों को लंबी यात्रा से पहले एक रात ठहरने की व्यवस्था अनिवार्य की जानी चाहिए।

‘न्याय यात्रा’ के उद्देश्य पर बोले

हरीश रावत ने कहा कि भाजपा सरकार झूठ के गर्भ से उत्पन्न हुई है और वह झूठ, लूट व फूट के विरुद्ध अपनी ‘न्याय यात्रा’ को दिसंबर तक जारी रखेंगे। इस अवसर पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष राहुल छिम्वाल, नगर अध्यक्ष अनुपम कबडवाल, पालिकाध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल, डॉ. रमेश पांडे, धीरज बिष्ट, अवतार सिंह रावत, संजय कुमार ‘संजू’, राजेंद्र बिष्ट तथा उनके पुत्र आनंद रावत सहित अनेक वरिष्ठ कांग्रेस नेता उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी

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