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एनएमडीसी ने छत्तीसगढ़ में आदिवासी युवाओं के लिए पूर्ण प्रायोजित शिक्षा कार्यक्रमों को लेकर आवेदन आमंत्रित किए

कार्यक्रम का जारी लोगो का प्रतिकात्‍मक चित्र

नई दिल्ली, 26 जून (Udaipur Kiran) । एनएमडीसी ने छत्तीसगढ़ में आदिवासी युवाओं के लिए पूर्ण प्रायोजित शिक्षा कार्यक्रमों को लेकर आवेदन आमंत्रित किए हैं। इसका उद्देश्य आदिवासी युवाओं के लिए अवसरों की कमी को पूरा करना है। इस्‍पात मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में बताया कि देश के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी लिमिटेड ने अपनी प्रमुख सीएसआर पहल ‘बालिका शिक्षा योजना’ के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। एनएमडीसी ने इसके लिए अपोलो विश्वविद्यालय, चित्तूर के साथ एक साझेदारी की है, जो एक परिवर्तनकारी ‘चिकित्सा प्रौद्योगिकी कार्यक्रम’ का शुभारंभ है, जिसका उद्देश्य आदिवासी युवाओं के लिए अवसर प्रदान करने के बीच की खाई को पाटना है।

इस प्रमुख पहल के तहत एनएमडीसी बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा, कोंडागांव, बीजापुर और नारायणपुर की युवा आदिवासी लड़कियों को हैदराबाद में अपोलो स्कूल ऑफ नर्सिंग, यशोदा स्कूल ऑफ नर्सिंग और केआईएमएस कॉलेज ऑफ नर्सिंग जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में बीएससी (नर्सिंग 4 वर्ष) और जीएनएम (3 वर्ष) पाठ्यक्रम करने के लिए 100 फीसदी मुफ्त नर्सिंग शिक्षा प्रदान कर रहा है। इस पाठ्यक्रम में कुल 200 सीटें हैं, जिनमें बीएससी नर्सिंग के लिए 110 सीटें और जीएनएम (जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी) पाठ्यक्रम के लिए 90 सीटें शामिल हैं। कार्यक्रम में प्रति छात्र 12 से 15 लाख रुपये के निवेश के साथ ट्यूशन, छात्रावास और शैक्षणिक लागत सहित सभी शैक्षिक खर्च शामिल होंगे। आवेदक की पारिवारिक आय प्रति वर्ष 72,000 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। आवेदन विंडो 28 जून 2025 को बंद हो जाएगी। इसका उद्देश्य आदिवासी युवाओं के लिए अवसरों की कमी को पूरा करना है।

वंचित बालक और बालिकाओं के लिए चिकित्सा प्रौद्योगिकी कार्यक्रम:–

एनएमडीसी दंतेवाड़ा और बस्तर जिलों के पात्र अनुसूचित जनजाति (एसटी) छात्रों के लिए अपोलो विश्वविद्यालय, चित्तूर के साथ साझेदारी में पूर्णतः प्रायोजित संबद्ध स्वास्थ्य देखभाल शिक्षा प्रदान कर रहा है। इसमें प्रति छात्र लगभग 12 से 15 लाख रुपये के निवेश के साथ पूरी तरह से प्रायोजित इस पहल का उद्देश्य आदिवासी युवाओं को आजीविका के लिए पेशेवर कौशल से युक्त करना है। यह कार्यक्रम आकांक्षा छात्रों के लिए 90 सीटें प्रदान करेगा (60 फीसदी बालिकाओं के लिए और 40 फीसदी बालकों के लिए आरक्षित)।

इन विशेष बीएससी कार्यक्रमों में शामिल हैं, आपातकालीन चिकित्सा प्रौद्योगिकी, चिकित्सा प्रयोगशाला प्रौद्योगिकी, एनेस्थिसियोलॉजी और ऑपरेशन थियेटर तकनीशियन, इमेजिंग प्रौद्योगिकी, चिकित्सक सहायक और रीनल डायलिसिस प्रौद्योगिकी। इसके लिए आवेदन 30 जून 2025 तक खुले हैं। एनएमडीसी ने 60 से अधिक वर्षों से छत्तीसगढ़ के विकास को नई गति दी है, जहां इसके दो प्रमुख खनन परिसर संचालित होते हैं। पात्रता मानदंड और आवेदन पत्र एनएमडीसी की आधिकारिक वेबसाइट: https://www.nmdc.co.in/career पर देखे जा सकते हैं।

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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर

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