
धर्मशाला, 25 जून (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े वाहन ठगी मामले के मुख्य सरगना नगरोटा बगवां निवासी सहित अन्य आरोपियों की संपति जल्द ही सीज की जाएगी। कांगड़ा पुलिस ने इसके लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। हिमाचल के सबसे बड़े वाहन ठगी के इस मामले में ठग गिरोह ने 120 गाड़ियों को बड़ी ही चतुराई से बाहरी राज्यों में बेच डाला था। इस मामले में अभी तक पुलिस सिर्फ 30 से 35 वाहन ही बरामद कर पाई है। जबकि अब अन्य वाहनों का आरोपी कोई सुराग ही नहीं दे पा रहे हैं। जिससे अब पुलिस उक्त आरोपियों की सपंति सीज करने में जुट गई है। बाहरी राज्यों के फ्रॉड नंबर प्लेट लगाकर बेचने व कंपनियों में लगाने के खेल में अब कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां उपमंडल के बलधर निवासी मुख्य आरोपी के इर्द-गिर्द जांच घूम रही है। उक्त आरोपी की संपति की मैपिंग कर उसे पुलिस की ओर से जल्द ही सीज किया जाएगा।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, ऊना व हमीरपुर सहित अन्य जिलों से 120 से अधिक गाड़ियां चोर गिरोह ने बंटी और बबली स्टाईल में चोरी करने का कारनामा किया था। जिसमें जिला कांगड़ा में ही छह से सात मामले दर्ज होने के बाद अब 30 से 35 वाहनों को रिकवर भी किया जा चुका है। मामले में गिरोह के मुख्य शातिरों में शुमार कांगड़ा के नगरोटा बगवां, देहरा व जालंधर के आरोपियों को कांगड़ा पुलिस विभाग ने हिरासत में लिया है। उक्त आरोपियों में से नगरोटा बगवां के आरोपी को मुख्य सरगना पाया गया है। इसमें एक ओर बड़ी बात सामने आई है कि कुछ वाहन मध्य व साऊथ इंडिया तक भी पहुंच गए हैं। अब बड़े व लग्जरी स्तर के वाहनों के चोर गिरोह से वाहन वापिस नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में अब पुलिस विभाग की ओर से मुख्य सरगना सहित अन्य आरोपियों की संपति को सीज किया जाएगा।
उधर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कांगड़ा आईपीएस शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि वाहन ठगी गिरोह से अब चोरी किए गए वाहन वापिस नहीं मिल पा रहे हैं। पुलिस ने अब नगरोटा के बलधर निवासी मुख्य सरगना सहित अन्य आरोपियों की संपति को सीज किए जाने की प्रक्रिया चलाई है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
