
सवाई माधोपुर, 25 जून (Udaipur Kiran) । रणथंभौर स्थित प्रसिद्ध त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग एक बार फिर बाघ के मूवमेंट के कारण सुर्खियों में है। बुधवार सुबह करीब 8:30 बजे एक टाइगर मंदिर मार्ग पर करीब 15 से 20 मिनट तक विचरण करता देखा गया, जिससे वहां मौजूद श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में भय का माहौल बन गया।
हाल ही में बाघिन टी-84 के तीन शावकों को इस क्षेत्र से शिफ्ट किए जाने के बाद श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली थी और माना जा रहा था कि अब इस मार्ग से खतरा टल गया है। लेकिन बुधवार को हुई बाघ की उपस्थिति ने एक बार फिर लोगों की चिंताओं को गहरा कर दिया है।
हालांकि, वन विभाग द्वारा दोपहिया वाहनों पर पहले से ही रोक लगाई गई है, जिससे संभावित हमले की आशंका कुछ हद तक टली रही। फिर भी बाघ की उपस्थिति के दौरान मार्ग पर चौपहिया वाहनों की लंबी कतार लग गई, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया। कुछ समय बाद टाइगर जंगल की ओर लौट गया, जिससे स्थिति सामान्य हो सकी।
वन विभाग की ओर से फिलहाल यह पुष्टि नहीं की गई है कि यह कौन-सा टाइगर था।
उल्लेखनीय है कि पिछले तीन महीनों में रणथंभौर क्षेत्र में बाघों के हमले में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें सात वर्षीय बालक कार्तिक सुमन की त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर बाघ के हमले में मौत हो गई थी। इसके अलावा रेंजर देवेंद्र सिंह और जैन मंदिर के चौकीदार राधेश्याम माली भी बाघ के हमले का शिकार हो चुके हैं।
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(Udaipur Kiran)
