
रांची, 23 जून (Udaipur Kiran) । झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता विनोद कुमार पांडेय ने सोमवार को आजसू पार्टी पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आजसू पार्टी द्वारा की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस जनता को भ्रमित करने का प्रयास और राजनीतिक प्रपंच है। उन्होंने कहा कि ओबीसी आरक्षण को 24 से घटाकर 14 प्रतिशत करने में आजसू की भूमिका स्पष्ट रही है, और आज उसी मुद्दे पर नैतिकता की दुहाई देना जनता के साथ मज़ाक है।
पांडेय ने कहा कि जब हेमंत सरकार ने ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने की पहल की, तो एनडीए गठबंधन के सहयोग से न्यायालय में जाकर इसे रोका गया। आजसू पार्टी को पहले अपने इतिहास का आत्ममंथन करना चाहिए। बाबूलाल मरांडी की सरकार में ओबीसी आरक्षण घटाया गया, तब आजसू चुप क्यों थी?
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड में पारदर्शी नियोजन नीति लागू की जा रही है, हजारों नियुक्तियां हो रही हैं, परीक्षा आयोग सक्रिय हुए हैं, लेकिन आजसू के पास न कोई नीति है, न दिशा। केवल विरोध की राजनीति कर युवाओं को गुमराह करने का काम किया जा रहा है।
‘नौकरी दो’ जैसे नारों पर विनोद पांडेय ने सवाल उठाते हुए पूछा कि आजसू की सरकारों में कितनी नौकरियां दी गईं? उन्होंने कहा कि आज हेमंत सरकार मंईयां सम्मान योजना के ज़रिए गरीब महिलाओं को सम्मान देने का काम कर रही है, और आजसू उसका भी मखौल उड़ा रही है।
उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा राज्य के हक, अधिकार और अस्मिता की राजनीति करता है, जबकि आजसू जैसी पार्टियां केवल सस्ती लोकप्रियता के लिए मुद्दों का राजनीतिकरण करती हैं। जनता अब इन विरोधाभासी चेहरों को पहचान चुकी है।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
