
मंडी, 23 जून (Udaipur Kiran) । हिमाचल किसान सभा खंड कमेटी ने मंडी जिला के धर्मपुर थाने में बीआरएन गावर और एल.एन. मालविया कंपनी तथा परियोजना निदेशक के ख़िलाफ़ 18 शिकायकर्ताओं ने एफआईआर दर्ज करने के लिए थाना प्रभारी और उपमंडल अधिकारी पुलिस को धर्मपुर में शिक़ायत पत्र सौंपे। शिकातय पत्र हस्ताक्षरित करने वालों में पूर्व ज़िला परिषद सदस्य भुपेंद्र सिंह किसान सभा के अलावा खंड अध्यक्ष रणताज़ राणा, ओमप्रकाश इत्यादि शामिल हैं।
भुपेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने 11 अप्रैल को एसडीएम सरकाघाट एवं धर्मपुर को मांगपत्र सौंपा था और 16 अप्रैल को पाड़छु पुल पर पहला धरना दिया व रास्ता रोका। उसके बाद अब तक सात जगह प्रदर्शन किए जा चुके हैं। दो मई को धर्मपुर में एसडीएम ने कंपनी और मौर्थ विभाग के अधिकारियों को 20 जून तक गासियां खड्ड पर डाले जा रहे पुल के नीचे अवैध रूप में खड्ड में डाले गए मलवे को हटाने की समय सीमा तय की थी। लेकिन कंपनी ने अभी तक वो मलवा वहां से नहीं हटाया है और अब बरसात शुरू हो गई है और खड्ड का पानी रुक गया है, दोनों तरफ़ की सड़क को पक्का नहीं किया गया है जिसे उन्होंने 31 मई तक करने के लिए प्रशासन को वचन दिया था ।लेकिन मलवा हटाने और सड़क को पक्का नहीं करवा पाया है।
पाड़छु से हुक़्क़ल तक अनियंत्रित बलास्टिंग की गई है जिससे डेढ़ दर्ज़न घरों में दरारें पड़ गयी है और पहाड़ी की कटाई ढलानदार न करके सीधी कर दी है और निचली ओर लगाए ड्गों में मिट्टी भरी गई है जिससे दुर्घटनाएं हो रही है। हुक़्क़ल स्कूल का रास्ता छह महीने पहले तोड़ दिया है और वहां कच्ची दीवार लगा दी है जो कभी भी स्कूल पर गिर जाएगी और जान माल का नुक़सान हो सकता है। जिसके ख़िलाफ़ स्कूल प्रबधक कमेटी और मुख्याध्यापक ने भी तीन बार शिकायतें दर्ज कराई है लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्यवाई नहीं की जा रही है।
बनाल में अवैध डंम्पिंग, ओबीसी और अनुसूचित जाति की बस्ती के घरों के गिरने का खतरा पैदा हो गया है। पानी की नालियां नहीं बनाई गई है और नालों में कलवर्ट न डालने से दो दिन पहले हुई वारिश से तबाही मचा दी थी। हालांकि एसडीएम धर्मपुर ने वहां स्पॉट इन्सपेक्शन करने की बात कही थी लेकिन वे अभी तक वहां नहीं पहुंचे हैं। अब हिमाचल किसान सभा ने कम्पनी व मौर्थ के खीलाफ़ एफआईआर दर्ज करने और प्रशासन के खीलाफ़ उच्च न्यायालय में याचिका दायर करने का निर्णय लिया है।
पूर्व ज़िला पार्षद ने कहा कि प्रभावितों व किसान सभा पिछले दो महीने से सड़कों पर उतर कर विरोध कर रही थी और बरसात से पहले घरों के पास सुरक्षा दीवारें, रास्तों का निर्माण कार्य करने और अवैध डंम्पिंग हटाने की मांग कर रही है लेकिन प्रशासन और यहां के विधायक कुम्भकर्णी नींद सोए हुए हैं। उन्होंने कहा कि बरसात में अब जो भी नुक्सान होगा उसके लिए कंपनी के साथ-साथ धर्मपुर का प्रशासन भी सीधे तौर पर जिम्मेदार होगा।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि किसान सभा एक तरफ़ एफआइआर व मुक़दमा दर्ज करवा रही है वहीं दूसरी ओर यदि एक सप्ताह में सुधार नहीं किया तो प्रशासन व सरकार के खिलाफ सरकाघाट और धर्मपुर में एसडीएम कार्यालयों का घेराव किया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
