
भाजपा नेताओं ने बताया – एक भारत, एक संविधान के लिए दिया सर्वोच्च बलिदान
मीरजापुर, 23 जून (Udaipur Kiran) । जनसंघ संस्थापक, राष्ट्रनायक और प्रखर विचारक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर सोमवार को भाजपा जिला कार्यालय बरौधा कचार स्थित सभागार में संगोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिला उपाध्यक्ष दिनेश प्रताप सिंह ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी एवं विधान परिषद सदस्य धर्मेन्द्र राय उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत व अभिनंदन से हुई, जिसके बाद धर्मेन्द्र राय ने डॉ. मुखर्जी के राष्ट्रहित में दिए गए योगदानों को याद करते हुए कहा, “वे केवल नेता नहीं, बल्कि एक विचार थे। कश्मीर में ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान, दो निशान नहीं चलेंगे’ का नारा देकर उन्होंने देश की एकता के लिए प्राण तक दे दिए।”
उन्होंने बताया कि डॉ. मुखर्जी संविधान सभा के सदस्य रहे और अल्पसंख्यकों, क्षेत्रीय भाषाओं और राष्ट्रीय एकता के लिए मजबूती से खड़े हुए। 1952 में जम्मू रैली में उन्होंने संकल्प लिया था कि या तो देश को एक संविधान दूंगा या अपने प्राण न्यौछावर कर दूंगा – और उन्होंने वह संकल्प निभाया।
कार्यक्रम में नगर विधायक रत्नाकर मिश्र, मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल, मझवां विधायक सुचिस्मिता मौर्य और विधान परिषद सदस्य श्याम नारायण सिंह (विनीत सिंह) ने भी डॉ. मुखर्जी को श्रद्धांजलि देते हुए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर विचार साझा किए।
कार्यक्रम का संचालन भाजपा जिला मंत्री कौशल श्रीवास्तव ने किया। संगोष्ठी में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता, पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
