Uttrakhand

37 करोड़ की तल्लानागपुर रामपुर लिफ्ट पंपिंग योजना से नहीं मिल रहा पानी

रुद्रप्रयाग, 23 जून (Udaipur Kiran) । बोरा और मयकोटी के स्टोर टैंकों से होती गांवों को पानी की सप्लाई महीने में 15 दिन भी बमुश्किल से मिल रहा ग्रामीणों को पानीखानापूर्ति तक सीमित रही पेयजल समिति अगस्त्यमुनि ब्लॉक के तल्लानागपुर के गांवों की प्यास बुझाने के लिए 37 करोड़ की लागत से निर्मित तल्लानागपुर रामपुर लिफ्ट पपिंग योजना सफेद हाथी साबित हो रही है।

योजना से जुड़े गांवों में महीने में 15 दिन भी पर्याप्त पानी सप्लाई नहीं हो रहा है, जिस कारण ग्रामीण दूरस्थ स्रोतों की दौड़ लगा रहे हैं। जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने शासन, प्रशासन, जलनिगम और जलसंस्थान से योजना को दुरस्त कर पर्याप्त जलापूर्ति की मांग की है। वर्ष 2010 में शासन से रामपुर लिफ्ट पंपिंग योजना की स्वीकृति मिली।

वर्ष 2016 में तिलवाड़ा के समीप रामपुर में मंदाकिनी नदी किनारे लिफ्ट पंपिंग योजना का निर्माण शुरू किया गया। इस योजना से बोरा और मयकोटी में निर्मित स्टोर टैंक तक पानी पहुंचाने के साथ ही लाभाविंत गांवों तक वितरण लाइन बिछाई गई। इस योजना से मयकोटी वाले टैंंक से सतेराखाल से लोदला के बीच के गांव और बोरा टैंक से बोरा से चमस्वाड़ा के गांवों सप्लाई की जाती है, पर यह योजना सफेद हाथी साबित हो रही है।

ग्रामीणों का कहना है कि रामपुर से गीड, भुतेर सहित अन्य नीचले गांवों तक पानी की सप्लाई नियमित है। लेकिन जैसे ही ऊंचाई बढ़ रही है, अन्य गांवों तक पर्याप्त पानी नहीं पहुंच पा रहा है। स्थिति यह है कि बोरा टैंक को एक-एक दिन छोड़कर भरा जा रहा है, जिससे क्षेत्र के गांवों को 15 दिन ही पानी मिल पा रहा है।

ग्रामीणों का कहना है कि जलसंस्थान को कई बार अवगत कराने पर भी समस्या का निस्तारण नहीं किया जा रहा है। बोरा गांव निवासी प्रेम सिंह गुसाईं ने बताया कि उन्हें पानी के दो-दो बिल भुगतान करने पड़ रहे हैं, पर पानी नहीं मिल रहा है।

उमेद सिंह गुसाईं, लखपत सिंह गुसाईं, प्रह्लाद गुसाईं आदि ने लिफ्ट पंपिंग योजना से नियमित जलापूर्ति की मांग की है। इधर, जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता अनीश पिल्लई ने बताया कि हरसंभव प्रयास किया जा रहा है कि सभी 60 गांवों को पर्याप्त जलापूर्ति हो सके।

(Udaipur Kiran) / दीप्ति

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