
भोपाल, 23 जून (Udaipur Kiran) । बीजेपी के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने सोमवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर रायसेन जिले के सांची विधानसभा के सलामतपुर मण्डल के बूथ क्रमांक 27 ग्राम पंचायत सुनारी में आयोजित कार्यक्रम में पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पौधारोपण किया। तत्पश्चात जनसंघ के समय के वरिष्ठ नेता स्व. विमल कुमार जैन के निधन पर उनके निवास पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद जी ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी नहीं होते तो आज जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग नहीं होता। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 की समाप्ति का जो संकल्प लिया था, उसे भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने पूरा किया है। देश के स्वतंत्रता के लिए तो हजारों लोगों ने अपना बलिदान दिया, लेकिन आजाद भारत में जम्मू-कश्मीर में तिरंगा फहराने के लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बलिदान दिया।
डॉ. मुखर्जी का राष्ट्र सर्वोपरि का संकल्प हम सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत
प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने कहा कि देश और हम सभी के लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की विचारधारा, उनका साहस और बलिदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा। आजादी के बाद जब देश में पं. जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व वाली सरकार बनी, तो उस सरकार ने जम्मू-कश्मीर में धारा-370 लगा दी। इसके चलते कश्मीर का प्रधानमंत्री, वहां का संविधान और वहां का ध्वज अलग हो गया। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कश्मीर में “दो विधान, दो निशान, दो प्रधान का विरोध किया। यही नहीं, बल्कि इस धारा ने वहां के दलित भाईयों को भी उनके अधिकारों से वंचित कर दिया। डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने धारा-370 का विरोध किया। उन्होंने नेहरू सरकार से इस्तीफा देकर जनसंघ की स्थापना की। धारा-370 के विरोध में किए जा रहे आंदोलन के चलते सरकार ने उन्हें जेल में डाल दिया, जहां संदेहास्पद परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने ही भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी, वही जनसंघ आज विश्व के सबसे बड़े व सर्वव्यापी राजनैतिक दल भाजपा के रूप में आप सबके सामने है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने कश्मीर से धारा-370 हटा कर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के संकल्प को पूरा किया है। डॉ. मुखर्जी का राष्ट्र सर्वोपरि का संकल्प हम सभी के लिए प्रेरणा बना है।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
