
झज्जर, 22 जून (Udaipur Kiran) । भारतीय किसान संघ ने धान उत्पादक किसानों को उचित लाभ पहुंचाने के लिए झज्जर जिला को भी डीएसआर योजना में शामिल करने और पिछले रबी के सीजन में खेती को हुए नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है।भारतीय किसान संघ जिला झज्जर की बैठक रविवार को ग्वालिसन गांव में जिला अध्यक्ष धर्मवीर गुलिया की अध्यक्षता और प्रदेश अध्यक्ष सतीश छिकारा की उपस्थिति में सम्पन्न हुई। जिला अध्यक्ष धर्मवीर गुलिया ने बैठक में मौजूद जिला व खंड के कार्यकर्ताओं को ग्रामसमितियों के खंड स्तर पर प्रशिक्षण वर्ग लगाने बारे बताया ओर कार्यक्रम तय किए। जिला उपाध्यक्ष रवींद्र धनखड़ को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार डीएसआर विधि से धान की बुवाई करने पर किसान को 4500 रुपये देती है। लेकिन झज्जर जिला को इस स्कीम से बाहर रखा हुआ है, जबकि झज्जर जिले में डीएसआर के तहत धान बोने वाले किसानों की संख्या हजारों में है। इसलिए झज्जर जिला के किसानों को भी इस योजना का लाभ अवश्य मिलना चाहिए। उन्होंने बताया कि पिछले रबी सीजन में गेहूं की फसल में काफी नुकसान किसान को हुआ था जिसके लिए सरकार ने नुकसान पूर्ति पोर्टल भी खोला था मगर आज तक भी किसान को कुछ नहीं मिला है। जबकि नुकसान का मुआवजा किसानों को समय पर मिलना चाहिए। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवम रोजगार व विपणन आयाम प्रमुख संजय जाखड़ ने सभी खंडों मेंइस आयाम में कार्यकर्ताओं को दायित्व देने की बात रखी ओर आयाम के बारे विस्तार से बताया।प्रदेश अध्यक्ष सतीश छिकारा ने उपरोक्त समस्याओं के बारे में जल्दी ही जिला उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देने बारे कहा।उन्होंने किसान संघ के सभी कार्यकर्ताओं को गौ आधारित जैविक खेती करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि भारतीय किसान संघ के कार्यकर्ता प्रदेश के हर जिले में गौ आधारित जैविक खेती के मॉडल तैयार करेंगे जिसकी शुरुआत झज्जर जिले में हो चुकी है। इससे किसानों के लिए सर्टिफाइड जैविक प्लेटफार्म तैयार होगा। इससे किसान भी बचेगा, धरती माता बचेगी, पर्यावरण बचेगा, जीव व इंसान बचेगा और गौ माता भी बचेगी। इस मौके पर जिला बौद्धिक प्रमुख अजेंद्र धनखड़, जिला उपाध्यक्ष बलवान सिंह, कैप्टन युद्धवीर जिला सहमंत्री, जिला जैविक प्रमुख रमेश कटारिया, जिला उपाध्यक्ष रवींद्र धनखड़, पवन बादली, प्रेम सिंह धनखड़ जिला कार्यकारिणी सदस्य, खंड अध्यक्ष वेद सुहाग बहादुरगढ़ आदि अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज
