
मुंबई, 21 जून (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को पुणे में कहा कि योग हमारी परंपरा है, संस्कृति है, सुखी जीवन की कुंजी है। यह एक चिकित्सा पद्धति है। आइये हम सब मिलकर भक्ति और योग के माध्यम से स्वस्थ, जीवंत समाज बनाने का प्रयास करें।
मुख्यमंत्री फडणवीस आज विश्व योग दिवस के अवसर पर सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज संस्थान आलंदी और श्री संत तुकाराम महाराज संस्थान देहू द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित ‘वारकरी भक्ति योग’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग शरीर और मन का पूर्ण कायाकल्प करने वाला है। प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया को हमारे प्राचीन ज्ञान योग को स्वीकार करने के लिए संयुक्त राष्ट्र में योग दिवस का प्रस्ताव रखा और यह संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में एकमात्र प्रस्ताव है जिसका सभी देशों ने समर्थन किया है। पिछले 11 वर्षों से विश्व योग दिवस मनाया जा रहा है। कोई भी व्यक्ति योग कर सकता है। योग आसन शरीर, मन और शरीर के सभी चक्रों को पुनर्जीवित और उत्थान करने का काम करते हैं। ये सभी आसन शरीर की संरचना को ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं। योग आसन नाखून से लेकर बाल तक शरीर के हर बाहरी और आंतरिक अंग का मार्गदर्शन और उपचार करने के लिए बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि योग आसन दुनिया में उपचार शक्ति और स्वस्थ जीवन शैली के रूप में देखे जाते हैं।
इस अवसर पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांतदादा पाटिल, नगर विकास राज्य मंत्री माधुरी मिसाल, संत साहित्य के वरिष्ठ विद्वान डॉ. सदानंद मोरे, पुणे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुरेश गोसावी, विभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार, पुणे शहर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, पुणे मनपा आयुक्त नवल किशोर राम, खेल निदेशक शीतल तेली उगले, जिला कलेक्टर जितेंद्र डूडी, विश्वविद्यालय सलाहकार परिषद के सदस्य राजेश पांडे और अन्य उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) यादव
