
शिमला, 21 जून (Udaipur Kiran) । 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शनिवार को हिमाचल प्रदेश में जगह-जगह योग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया। राज्यस्तरीय समारोह धर्मशाला में आयोजित किया गया, जहां आयुष मंत्री यादवेंद्र गोमा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 70 स्थानों पर नियमित रूप से योगाभ्यास कराया जा रहा है, जिससे लोग योग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर रहे हैं।
हमीरपुर जिले के समीरपुर में आयोजित एक योग सत्र में सांसद अनुराग ठाकुर ने भी हिस्सा लिया और लोगों के साथ योगाभ्यास किया। इस दौरान उन्होंने योग को स्वस्थ जीवन की कुंजी बताया। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने भी योग सत्र में शामिल होकर लोगों से अपील की कि वे योग को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाएं, क्योंकि योग न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और आत्मिक शांति का मार्ग भी है।
राजधानी शिमला स्थित राजभवन में आयोजित विशेष योग सत्र में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने भी भाग लिया और योग को अपनाकर स्वस्थ रहने व नशे से दूर रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि योग हिमाचल की आध्यात्मिक विरासत का हिस्सा है और इसे अपनाकर समाज में व्याप्त बुराइयों से निपटा जा सकता है।
राज्यपाल ने कहा कि योग की समस्त परंपरा का मूल शिव में निहित है। उन्होंने कहा, “हम महर्षि पतंजलि को योग सूत्रों के रूप में जानते हैं, परंतु योग का मूलाधार भगवान शिव हैं। शिव ने ही मानव को योग, नृत्य और साधना का ज्ञान प्रदान किया। वे इस परंपरा के जन्मदाता हैं। ”
राज्यपाल ने कहा कि यह हम सबके लिए गर्व का विषय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से इस प्राचीन भारतीय परंपरा को विश्व स्तर पर पुनः प्रतिष्ठा प्राप्त हुई है। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किए जाने के बाद आज विश्व के अनेक देश इस दिन योग का आयोजन करते हैं।
सिरमौर जिले के पांवटा साहिब, चम्बा, जनजातीय क्षेत्र किन्नौर और पांगी तक हर जिले में विशेष योग सत्र आयोजित हुए। पांवटा साहिब में नगर परिषद मैदान में आयोजित सत्र में सैकड़ों स्थानीय लोग व एनसीसी कैडेट्स शामिल हुए। किन्नौर जिले में 30 स्थानों पर और सिरमौर में 135 जगहों पर योगाभ्यास किया गया।
चंबा जिले में साच पास से लेकर पांगी घाटी तक योग दिवस की गूंज सुनाई दी, जहां लोग ऊंचाई वाले दुर्गम क्षेत्रों में भी उत्साहपूर्वक योग करते नजर आए। पूरे प्रदेश में योग दिवस ने स्वास्थ्य और अनुशासन के प्रति नई चेतना का संचार किया।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
