
गुवाहाटी, 21 जून (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि संगीत – साधना का नाम, जीवन की आत्मा। संगीत – जो सुर और शब्दों से दिलों को जीत ले, ऐसी कला का नाम।
विश्व संगीत दिवस के अवसर पर असम की समृद्ध संगीत परंपरा को नमन करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने असम की विविध संगीत शैलियों का उल्लेख किया – महापुरुषों द्वारा रचित बरगीत से लेकर लोकगीत, बिहूगीत, टोकारी गीत, बनगीत, बियानाम, निचुकनी गीत तक, जो राज्य की सांस्कृतिक पहचान को समृद्ध करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संगीत की इस विविधता को और बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने ‘कन्सर्ट टूरिज्म नीति’ को भी मंजूरी दी है।
उन्होंने कहा कि महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव के युग से लेकर आज के ज़ुबिन और पापोन तक, संगीत असम की संस्कृति की आत्मा रही है। इस खास दिन पर उन्होंने सभी कलाकारों, संगीतप्रेमियों और सांस्कृतिक क्षेत्र से जुड़े लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
