

बाेकाराे, 19 जून (Udaipur Kiran) । जिले में लगातार हो रही बारिश के बीच उपायुक्त अजय नाथ झा ने गुरुवार को शहर के विभिन्न इलाकों का भ्रमण कर जल जमाव, गरगा डैम की स्थिति और शहरी सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। बारिश की परवाह किए बिना स्वयं समीक्षा की और मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट दिशा – निर्देश दिए। मौके पर सभी पदाधिकारियों ने टीम ने बीएस सिटी क्षेत्र, चीराचास, पांडेय पुल, सोलागडीह तालाब, आइटीआइ मोड़, चास गुरुद्वारा रोड क्षेत्रों का भ्रमण कर जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त गरगा डैम भी पहुंचे, जहां जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी ने जानकारी दी कि डैम का जल स्तर फिलहाल खतरे के निशान से नीचे है। निरीक्षण के क्रम में डैम की सुरक्षा को लेकर कई कमियां उजागर हुईं। डैम के छह में से केवल दो गेट ही कार्यरत हैं और मरम्मत कार्य समय पर नहीं किए गए हैं।
उपायुक्त ने इसे गंभीर मामला मानते हुए बीएसएल प्रबंधन एवं डैम की व्यवस्था देख रेख अधिकारियों पर नाराजगी जताई। उन्होंने एक सप्ताह के भीतर मरम्मत से संबंधित विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर जिला प्रशासन को समर्पित करने, डैम की संपूर्ण सुरक्षा व्यवस्था, रोशनी, ऑपरेशनल गेट आदि को तत्काल दुरुस्त करने को कहा। इसके लिए एक विशेष टास्क फोर्स गठन को कहा।
उपायुक्त ने संभावित आपात स्थिति को लेकर पहले से तैयार रहने पर जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि जलस्तर बढ़ता है, तो डैम के गेट खोलने की आवश्यकता पड़ सकती है। ऐसी स्थिति में निचले इलाकों में रहने वाले नागरिकों को समय रहते सतर्क किया जाए। उन्होंने चास बीडीओ/सीओ को माइकिंग कराकर सूचना देने की बात कहीं। साथ ही, उनके लिए सुरक्षित स्थल चिन्हित करने और उसे राहत केंद्रों के रूप में तैयार करने को कहा। उपायुक्त ने तेनुघाट डैम के आस – पास के नीचले इलाकों को लेकर भी संबंधित बीडीओ – सीओ को भी ऐसी तैयारी करने का निर्देश दिया।
उन्होंने अपर समाहर्ता को इसे सुनिश्चित कराने को कहा। एवं शहर के कई हिस्सों में कचरा फैला होने पर कड़ी नाराजगी जताई। पांडेय पुल के नीचे गरगा नदी के किनारे कूड़े के ढेर देखकर उन्होंने नगर निगम को अविलंब सफाई को लेकर निर्देश दिया। वहीं, जल जमाव की स्थिति से निपटने को लेकर नगर निगम चास, नगर परिषद फुसरो एवं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को 24 से 48 घंटे के भीतर अतिरिक्त सफाई कर्मियों की तैनाती कर नालियों और सार्वजनिक स्थलों की सफाई तत्काल करने को कहा। सभी इकाईयां जल निकासी व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करें, ताकि जल जमाव की स्थिति नहीं बने। जहां जल – जमाव की शिकायत गुरूद्वारा प्रबंधन द्वारा की गई थी।
उपायुक्त ने चास नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त को राष्ट्रीय राज मार्ग प्राधिकरण से समन्वय स्थापित कर अविलंब नालियों की सफाई का निर्देश दिया।निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने पाया कि शहरी क्षेत्रों में स्थित तालाबों के आसपास बुनियादी सुविधाओं का अभाव है, विशेषकर महिलाओं के लिए। उन्होंने चास स्थित सोलाहडीह तालाब का निरीक्षण क्रम में निर्देश दिया कि घनी आबादी क्षेत्र स्थित तालाबों के किनारे ड्रेस चेंजिंग रूम बनाएं।
साथ ही, इन क्षेत्रों में सौंदर्यीकरण और प्रकाश व्यवस्था भी की जाए, ताकि यह स्थल सुरक्षित और उपयोगी बन सकें। चास नगर निगम प्रबंधन एवं सीएसआर नोडल अफसर को इस बाबत निर्देश दिया। गरगा डैम और उसके आसपास के क्षेत्रों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की योजना पर भी उपायुक्त ने अधिकारियों के साथ विचार – विमर्श किया।
उपायुक्त ने कहा कि गरगा डैम क्षेत्र में सुरक्षित पिकनिक स्थल और सेल्फी प्वाइंट बनाएं जा सकते हैं। इससे स्थानीय लोगों को मनोरंजन और रोजगार के अवसर मिलेंगे, साथ ही जिले में स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
उपायुक्त ने कहा है कि अपने घर को साफ रखने के लिए शहर को गंदा करना अनुचित है।सार्वजनिक स्थलों पर कचरा फेंकने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। गंदगी फैलाने वालों के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए निगम प्रशासन को जुर्माना वसूलने को कहा। बारिश और संभावित आपदा की स्थिति को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। सभी विभागों को सक्रिय रूप से काम करना है। आम नागरिकों से अपील है कि प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में घबराएं नहीं।
(Udaipur Kiran) / अनिल कुमार
