
विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की सुरक्षा और व्यवस्था बनाएं रखने के लिए प्रतिबद्धहिसार, 19 जून (Udaipur Kiran) । हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों द्वारा उठाई गई मांगों पर गंभीरता एवं संवेदनशीलता के साथ विचार करने उपरांत उनका समाधान किया है। छात्रों द्वारा जिन आरोपियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग की जा रही थी, उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और आरोपी की गिरफ्तारी भी कर ली गई है। छात्रवृत्ति से संबंधित मुद्दों पर भी प्रशासन ने गंभीर रूचि दिखाई है। संबंधित विभागों के माध्यम से छात्रों की शिकायतों की सुनवाई कर समाधान की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। इसके अलावा, छात्रों की अन्य सभी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार जारी है और यथासंभव हल निकालने की दिशा में ठोस कार्यवाही हो रही है।विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक एवं कोर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष डॉ. राजबीर गर्ग ने बताया कि गुरुवार को 159 विद्यार्थियों ने अपनी परीक्षा दी। उन्होंने कहा कि जब विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उनकी सभी मांगे मान ली गई हैं इसलिए अब स्ट्राइक करने का कोई औचित्य नहीं बनता। किसी भी समस्या का समाधान बातचीत के माध्यम से निकाला जा सकता है। छात्रों को चाहिए कि वे आंदोलन समाप्त कर अपनी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करें।
उन्होंने कहा कि यह आंदोलन अब अपने मूल स्वरूप से भटक चुका है। पहले यह छात्रों की समस्याओं से जुड़ा आंदोलन था, किंतु अब यह विपक्षी दलों एवं बाहरी संगठनों के प्रभाव में संचालित हो रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने गहन जांच के बाद यह पाया है कि अब आंदोलन की कमान छात्रों के हाथ में न होकर कुछ ऐसे बाहरी तत्वों के हाथों में चली गई है, जिनका उद्देश्य केवल राजनीतिक लाभ प्राप्त करना है। डॉ. राजबीर गर्ग ने छात्रों को आगाह किया कि वे इन शरारती तत्वों से सावधान रहें, जो छात्रों का उपयोग केवल अपनी राजनीति चमकाने के लिए कर रहे हैं। ऐसे लोग न तो छात्रों के भविष्य की परवाह करते हैं और न ही विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा की। छात्रों को यह समझना चाहिए कि उनकी प्राथमिकता शिक्षा है, न कि किसी राजनीतिक खेल का हिस्सा बनना। प्रशासन ने दोबारा छात्रों से अपील की है कि वे विश्वविद्यालय की व्यवस्था पर विश्वास रखें और अपने अध्ययन में पूरी निष्ठा के साथ जुट जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय प्रशासन हमेशा से छात्रों के हितों की रक्षा करता आया है और आगे भी करता रहेगा। लेकिन यह भी आवश्यक है कि छात्र भी प्रशासन पर विश्वास बनाए रखें और व्यवस्था के प्रति अपनी निष्ठा को बनाए रखें। शिक्षा ही उनका सबसे बड़ा हथियार है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक बार पुन: छात्रों से अपील करते हुए कहा कि वे किसी भी अफवाह, दबाव या भ्रामक प्रचार से प्रभावित न हों। अपने परिवार, अपने भविष्य और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें और परीक्षा में पूरी गंभीरता से भाग लें। विश्वविद्यालय प्रशासन उनके साथ है और हर आवश्यक सहयोग देने के लिए तैयार है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
