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जल संरक्षण के प्रति जागरूकता का संदेश लेकर मांडलगढ़ पहुंचे मंत्री कुमावत

जल संरक्षण के प्रति जागरूकता का संदेश लेकर मांडलगढ़ पहुंचे मंत्री कुमावत4
जल संरक्षण के प्रति जागरूकता का संदेश लेकर मांडलगढ़ पहुंचे मंत्री कुमावत3

भीलवाड़ा, 18 जून (Udaipur Kiran) । पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत बुधवार को भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने झालेश्वर सरोवर पर आयोजित वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान कार्यक्रम में भाग लिया और आमजन को जल संरक्षण के महत्व से अवगत कराया।

मंत्री कुमावत ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में चल रहे इस अभियान का उद्देश्य प्रदेशवासियों को जल संरक्षण की आवश्यकता के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति में नदियों, तालाबों और जल स्रोतों की पूजा की परंपरा रही है। जल के बिना जीवन, खेती और हरियाली की कल्पना भी नहीं की जा सकती।

उन्होंने कहा कि जल संरक्षण का मुख्य उद्देश्य ताजे पानी के स्रोतों का स्थायी प्रबंधन करना, जलमंडल की रक्षा करना और वर्तमान एवं भविष्य की जल आवश्यकता को पूरा करना है। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे जल स्रोतों की नियमित सफाई करें ताकि बारिश का जल संचयन अधिकतम हो सके।

कार्यक्रम के दौरान मांडलगढ़ विधायक गोपाललाल खंडेलवाल ने बताया कि यह जन अभियान 5 जून से 20 जून तक चलाया जा रहा है, जिसमें विभिन्न जागरूकता गतिविधियों द्वारा लोगों को जल की महत्ता बताई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह अभियान केवल सरकारी योजना न होकर एक सामाजिक आंदोलन बन चुका है, जिसमें प्रत्येक नागरिक की सहभागिता आवश्यक है।

इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा ने भी विचार रखते हुए कहा कि जल संकट को रोकने के लिए आज जल की कीमत समझनी बेहद जरूरी है। कार्यक्रम में आजाद शर्मा ने भी जन अभियान के महत्व पर प्रकाश डाला।

मंत्री कुमावत ने समारोह की शुरुआत झालेश्वर सरोवर की पूजा-अर्चना से की और प्रदेश में अच्छे मानसून की कामना की। इसके बाद उन्होंने पीपल का पौधा रोपित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। सरोवर पर पहुंचने पर जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू ने मंत्री का स्वागत किया।

इसके पश्चात मंत्री कुमावत ने पंचायत समिति सभागार में जिले के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत किए गए कार्यों की समीक्षा की। बैठक में जल संसाधन, वाटरशेड, ग्रामीण विकास और पंचायतीराज विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों से प्रगति रिपोर्ट ली गई।

मंत्री ने निर्देश दिए कि परंपरागत जल स्रोतों की समय-समय पर सफाई होनी चाहिए और उनके आसपास किए गए अतिक्रमण हटाए जाएं। साथ ही उन्होंने सीएसआर फंड और अन्य स्रोतों से जल स्रोतों के सौंदर्यकरण एवं जीर्णोद्धार के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी कार्यालयों में सफाई और हरियाली सुनिश्चित की जाए और आमजन को जल संरक्षण के लिए प्रेरित किया जाए। जिला कलेक्टर संधू ने पीपीटी के माध्यम से जिले में चल रही जल संरक्षण गतिविधियों की जानकारी दी और बताया कि श्रमदान, सफाई, जागरूकता रैलियां और पौधरोपण जैसे कार्य अभियान के अंतर्गत किए जा रहे हैं।

कार्यक्रम और बैठक में विधायक खंडेलवाल, जिला कलेक्टर संधू, भाजपा अध्यक्ष मेवाड़ा, उप जिला प्रमुख शंकर गुर्जर, नगरपालिका अध्यक्ष संजय डांगी, प्रधान जितेंद्र मूंदड़ा, एडीएम ओमप्रकाश मेहरा, जिला परिषद सीईओ चंद्रभान सिंह भाटी समेत कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।

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(Udaipur Kiran) / मूलचंद

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