
कोरबा/जांजगीर-चांपा , 17 जून (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने जिला पंचायत सभा कक्ष जांजगीर में महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रस्तुत प्रकरणों पर जनसुनवाई की। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक की अध्यक्षता में आज प्रदेश स्तर पर 326 व जांजगीर जिले में 11 सुनवाई हुई। सुनवाई में पामगढ़ विधायक श्रीमती शेषराज हरबंश एवं प्रभारी सचिव छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग श्रीमती पुष्पा किरण कुजूर, स्थानीय शिकायत समिति जिलाध्यक्ष श्रीमति तान्या पांडेय उपस्थित रहे।
आज के सुनवाई के दौरान एक प्रकरण में दो वर्ष से दोनों अलग रह रहे है दस एवं सात वर्ष के बच्चे है। आयोग के द्वारा समझाईश के बाद आवेदिका एवं अना. दोनों बच्चों के हित में साथ में रहकर जीवन बिताने को तैयार है। आवेदक को नौकरी दरभा जगदलपुर में है इसलिए प्रकरण की आगामी सुनवाई जगदलपुर में 26 जून को नियत किया जाता है। जहां अनावेदक अपने दोनो बच्चों को लेकर उपस्थित होगा। आवेदिका जगदलपुर पहुंचेगी जहां दोनो का लिखित राजीनामा बनवाया जायेगा तथा प्रोटेक्शन ऑफिसर 01 वर्ष तक निगरानी करेंगी।
प्रकरणों में भी दोनो पक्षों को सुना गया। आवेदिका की मां ने वसीयत नामा किया था। उसके आधार पर आवेदिका अपना नाम दर्ज करा चुके थे जिसे आवेदक ने चुनौती दिया है। जिसमे एसडीएम न्यायालय से स्थगन आदेश मिला है और प्रकरण भी आगे की कार्यवाही न्यायालय में ही लंबित है। आवेदिका के पास आर्थिक हैसियत नहीं है कि वह वकील रख सकें ऐसी स्थिति में आवेदिका को समझाईश दिया प्रोटेक्शन आफिसर को जिम्मेदारी दिया जाता है कि आवेदिका निःशुल्क वकील दिलाने में मदद करें।
अन्य प्रकरण में आवेदिका ने बताया कि अनावेदक कम पढ़ी लिखी महिलाओं को उधार देने का काम करता है और मुकदमे में फंसाता है। गांव की कई महिलाओं को इसी तरह उधार देकर सबके खिलाफ मान. न्यायालय में दूसरे व्यक्ति से चेक बाउंस का प्रकरण दर्ज करा रहा है। आवेदिका पर न्यायालय में चेक बाउंस का मामला चल रहा है इसलिए इस प्रकरण का निराकरण मान. न्यायालय में ही हो सकता है। लेकिन आवेदिका की शिकायत को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। अतः इस मामला की जांच के लिए उप पुलिस अधीक्षक श्रीमती सत्यकला रामटेके एवं सखी प्रशासिका को दिया जाता है।
(Udaipur Kiran) / हरीश तिवारी
