
लखनऊ, 17 जून (Udaipur Kiran) । स्व. राम प्रकाश गुप्ता चिकित्सालय मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में मंगलवार को अत्याधुनिक पोषण पुनर्वास केंद्र का शुभारंभ मिशन निदेशक डॉ. पिंकी जोवेल और लोहिया संस्थान के निदेशक प्रो. सी. एम. सिंह ने फीता काटकर किया। यह केंद्र उत्तर प्रदेश में गहन तीव्र कुपोषण से निपटने और बाल स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इसके पश्चात एनआरसी की प्रभारी डॉ. शीतांशु श्रीवास्तव द्वारा केंद्र का अवलोकन भ्रमण कराया गया। केंद्र में विशेषीकृत क्लिनिकल वार्ड, उपचारात्मक रसोईघर, परामर्श कक्ष, एवं बाल मैत्रीपूर्ण खेल क्षेत्र शामिल हैं।
एनआरसी की नोडल अधिकारी के रूप में डॉ. शीतांशु श्रीवास्तव ने केंद्र की दृष्टि को रेखांकित करते हुए कहा— यह केंद्र केवल उपचार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह कुपोषित बच्चों के जीवन की दिशा बदलने हेतु एक सशक्त माध्यम बनेगा, जो साक्षर देखभाल, परिवार शिक्षण, एवं अग्रिम पंक्ति के अनुसंधान के माध्यम से साकार होगा।
डॉ. दीप्ति अग्रवाल ने सभी आगंतुकों का हार्दिक स्वागत करते हुए एनआरसी की आवश्यकता पर बल दिया। इसके उपरांत यूनिसेफ के प्रोग्राम मैनेजर डॉ. अमित मेहरोत्रा, पारिवारिक कल्याण निदेशालय की महानिदेशक डॉ. सुषमा सिंह, एवं अन्य गणमान्य अतिथियों ने अपने संबोधन में पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों में कुपोषण उन्मूलन के लिए बहु-क्षेत्रीय सहयोग की आवश्यकता को रेखांकित किया।
संस्थान के निदेशक प्रो. सी. एम. सिंह ने एनआरसी को सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति संस्थागत प्रतिबद्धता एवं चिकित्सकीय उत्कृष्टता का आदर्श बताया। वहीं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन – उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक डॉ. पिंकी जोवेल ने मुख्य वक्ता के रूप में इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह केंद्र विशेष रूप से 6 माह से कम आयु के शिशुओं के लिए लंबे समय से चली आ रही देखभाल की खामियों को दूर करेगा।
(Udaipur Kiran) / बृजनंदन
