Uttrakhand

भागवत कथा में रूकमणी विवाह के प्रसंग पर आत्म विभोर हुए श्रद्धालु

कथा श्रवण कराते कथा व्यास

हरिद्वार, 17 जून (Udaipur Kiran) । कनखल संन्यास मार्ग स्थित श्री रामेश्वर आश्रम में श्रीमती कमलेश चौहान की स्मृति में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन कथा व्यास महामण्डलेश्वर स्वामी रामेश्वरांनद सरस्वती ने रुक्मिणी विवाह की कथा सुनाई। कथा में भगवान कृष्ण की विभिन्न लीलाओं का वर्णन किया गया। रूकमणी विवाह का प्रसंग सुनकर श्रोत्रा भाव विभोर हो गए।

इस अवसर पर नगर विधायक मदन कौशिक ने भी भागवत कथा का रसपान किया। कथा व्यास और भगवान को नमन करते हुए उन्होंने कथा के आयोजकों और श्रोताओं के मंगलमय जीवन की कामना की।

कथा व्यास स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती ने भगवान श्री कृष्ण के मथुरा प्रस्थान, कंस वध, महर्षि संदीपनी के आश्रम में विद्या ग्रहण, कालयवन वध और द्वारिका की स्थापना का वर्णन हुआ। ऊधव-गोपी संवाद में ऊधव द्वारा गोपियों को गुरु बनाने का प्रसंग भी सुनाया।

कथा व्यास ने संस्कारयुक्त जीवन जीने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ब्रह्म मुहूर्त में उठना, यज्ञ करना और गौ सेवा करने वाले पर भगवान की कृपा बनी रहती है। कार्यक्रम में रुक्मिणी विवाह की मनमोहक झांकी प्रस्तुत की गई। श्रीकृष्ण-रुक्मिणी की वरमाला के समय फूलों की वर्षा की गई। भक्तिमय संगीत ने श्रोताओं को आनंदविभोर कर दिया।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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