HEADLINES

आतंकियों के लिए फंड जुटाता था थाईलैंड से डिपोर्ट मोहसिन, भोपाल से देशभर में नेटवर्क फैलाया

एनआईए (प्रतीकात्मक तस्वीर)

भोपाल, 16 जून (Udaipur Kiran) । प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) से संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार मोहसिन से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पूछताछ कर रही है। इसमें मुख्य रूप से उसके बैंक खातों के संबंध में पूछताछ और अन्य तरीके से जानकारी जुटाई जा रही है। इसे टेरर फंडिंग के संदेह से जोड़ा जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मोहसिन न केवल एचयूटी के लिए फंड जुटा रहा था, बल्कि देशभर के कार्यकर्ताओं से सक्रिय संपर्क में था।

दरअसल, मोहसिन खान को इसी साल मई में थाईलैंड से डिपोर्ट कर भारत लाया गया गया था और दिल्ली एयरपोर्ट से उसकी गिरफ्तारी की गई थी। इसकेे बाद एनआईए ने बीते शनिवार को भोपाल और झालावाड़ (राजस्थान) में एक साथ छापेमारी की थी। इस कार्रवाई में कई डिजिटल डिवाइस, संदिग्ध दस्तावेज और धार्मिक साहित्य जब्त किए गए हैं। मोहसिन को एनआईए ने 16 जून तक रिमांड पर लिया था। सोमवार को उसकी रिमांड पूरी होने पर उसे एनआईए की विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे फिर एक जुलाई तक के लिए पुलिस रिमांड पर एनआईए को सौंप दिया गया। एनआईआई अब मोहसिन के मोबाइल, बैंक खातों और कॉन्टैक्ट्स की गहराई से जांच में जुट गई है।

एनआईए सूत्रों के मुताबिक मोहसिन भोपाल के अशोका गार्डन इलाके में लंबे समय से रह रहा था। वह एचयूटी के सक्रिय सदस्यों से संपर्क बनाए हुए था और संगठन के लिए फंडिंग की व्यवस्था करता था। इतना ही नहीं, वह भोपाल जेल में बंद एचयूटी के 17 आरोपियों में से कुछ के परिजन से लगातार संपर्क में भी था। उन परिवारों को आर्थिक मदद देता था।

दरअसल, साल 2023 में जब एचयूटी के कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था, तब मोहसिन का नाम जांच में आया था। शुरुआती पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था। हालांकि, उसके बाद एनआईए ने उस पर निगरानी बढ़ा दी और अब पुख्ता सबूतों के आधार पर गिरफ्तारी की गई है। एनआईए ने मोहसिन के बैंक खातों की जांच में कई संदिग्ध ट्रांजैक्शन पकड़े हैं। वहीं, उसके मोबाइल फोन में कुछ ऐसी एप्लिकेशन मिली हैं जो आमतौर पर आतंकवादी संगठन आपसी संपर्क के लिए इस्तेमाल करते हैं। उसके पास से जब्त गैजेट्स को जांच के लिए एफएसएल भेजा गया है।

एनआईए को जांच में मोहसिन का एक और करीबी अकरम खान भी संदिग्ध नजर आया है। अकरम ऐशबाग के बाग फरहत अफजा स्थित बी सेक्टर, इंद्रा कॉलोनी में रहता है। वह पहले टाइल्स और मार्बल की दुकान चलाता था, लेकिन अब बेरोजगार है। मोहसिन से उसके और उसके पिता के लगातार संपर्क में रहने की जानकारी सामने आई है।

एनआईए ने बीते शनिवार को अकरम के घर पर करीब साढ़े तीन घंटे सर्चिंग की, जिसमें मोबाइल फोन, धार्मिक पुस्तकें और अन्य दस्तावेज जब्त किए गए। अकरम और उसके पिता से पूछताछ भी की गई। एनआईए ने शनिवार को ही झालावाड़ के काजी चौक स्थित एक मकान और जामा मस्जिद के पास एक दुकान पर भी दबिश दी थी। इन ठिकानों से भी डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए हैं, जिनकी फोरेंसिक जांच कराई जा रही है। एजेंसी को उम्मीद है कि इन उपकरणों से संगठन के नेटवर्क और फंडिंग से जुड़ी अहम जानकारियां मिल सकती हैं। एनआईए की जांच में सामने आया है कि यह नेटवर्क खासतौर पर बेरोजगार मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथ की ओर ले जाने का प्रयास कर रहा था। उन्हें हथियारों और विचारधारा से लैस कर हिंसा फैलाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था।

अशोका गार्डन थाना प्रभारी विजय भामरे ने बताया कि मोहसिन थाना क्षेत्र के पास ही शेडो इलाके में रहता था। फिलहाल एनआईए की कार्रवाई को लेकर थाने को किसी भी तरह की आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है। यह स्पष्ट नहीं है कि टीम ने कब सर्चिंग की, क्या बरामद किया और किन धाराओं में कार्रवाई की गई।

(Udaipur Kiran) तोमर

Most Popular

To Top