
मौके पर पहुंचे नगर आयुक्त, सुरक्षा कारणों से अगल-बगल के होटल व घरों को खाली कराने के निर्देश
वाराणसी,16 जून (Udaipur Kiran) । वाराणसी में निर्माणाधीन भारत के पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे परियोजना के टॉवर निर्माण के दौरान गौदोलिया चौराहे पर स्थित 25 फीट गहरा घोड़ा नाला (शाही नाला) क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे नाले के आसपास के मकानों और होटल के गिरने की आशंका गहराने लगी है। इसकी जानकारी पाते ही सोमवार को नगर आयुक्त अक्षत वर्मा अफसरों के साथ मौके पर पहुंच गए। नगर आयुक्त ने क्षतिग्रस्त नाले का निरीक्षण कर पाया कि नाले के टूटने के कारण अगल-बगल की मिट्टी घसक रही है, जिसके कारण अगल-बगल के मकानों के गिरने की संभावना है।
नगर आयुक्त ने सुरक्षा कारणों से तत्काल अगल-बगल के होटल व घरों को खाली कराने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने मौके पर ही घोड़ा नाला से सटे होटल देवा इन तथा अगल-बगल के भवनों को खाली कराने के लिए तत्काल नोटिस देने के लिए जोनल अधिकारी मृत्युजंय मिश्र को निर्देशित किया। उन्होंने उप्र जल निगम (नगरीय) को इस नाले का तत्काल मरम्मत कराने के लिए निर्देशित किया।
बताते चलें कि इस नाला की क्षमता प्रतिदिन 30 एमएलडी सीवर डिस्चार्ज करने की है, जो अस्सी घाट से पम्पिंग स्टेशन होते हुये शाही नाले में जाकर मिलता है। शहर के हृदय स्थली गोदौलिया, नईसड़क और आसपास के इलाके का सीवर भी इसी में मिलता है। खास बात यह है कि इस नाला के क्षतिग्रस्त होते ही रोप-वे निर्माण से जुड़ी एजेंसी के अफसरों ने जलकल विभाग, नगर निगम के अफसरों पर नाराजगी जताई। माना जा रहा है कि यहां नाला है इसकी जानकारी नही दी गई।
अफसरों के अनुसार नाला शनिवार की रात क्षतिग्रस्त हुआ। इसकी सूचना पाते ही जिलाधिकारी ने एडीएम सिटी आलोक वर्मा को तत्काल मौके पर भेजा। नगर आयुक्त, एडीएम के साथ जलकल विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। रोपवे निर्माण से जुड़ी एजेंसी ने फिलहाल मौके पर टॉवर के पाइलिंग का काम रोक दिया है।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
