

बाल-बाल बचे वेटिंग रूम में बैठे दो पार्षद
ईओ ने दिया जांच का आश्वासन
हिसार, 16 जून (Udaipur Kiran) । जिले के हांसी में नगर
परिषद कार्यालय में पार्षदों के लिए बने वेटिंग रूम में बड़ा हादसा होने से टल गया
जब नगर परिषद चेयरमैन के साथ लगते कमरे में लगी फॉल सीलिंग अचानक से नीचे आ गिरी गई।
हादसे के वक्त वार्ड 23 के पार्षद आशीष उर्फ पिंकू और वार्ड 8 के पार्षद कुक्कू सरदार
वेटिंग रूम में मौजूद थे लेकिन गनीमत रही कि फॉल सिलिंग के चपेट में आने से बाल बाल
बच गए।
नगर परिषद में हुए हादसे के बाद वहां अफरा-तफरी
मच गई और नगर पार्षदों ने नगर परिषद की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए नगर परिषद भवन
की जर्जर हालत पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर फॉल सीलिंग गिरने से कोई बड़ा हादसा
हो जाता तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेता। घटना के बाद अन्य पार्षदों ने भी भवन की मरम्मत
और सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए नगर परिषद के सभी कमरों की जांच कराए जाने की मांग
की, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
पार्षदों ने जताई नाराजगी
पार्षद आशीष ने बताया कि यह कमरा हम सभी पार्षदों
के बैठने के लिए बनाया गया और नगर परिषद में अपने वार्ड के कार्यों के लिए आते हैं
तो पार्षद यहां बैठ जाते हैं। सोमवार सुबह वह और पार्षद कुक्कू सरदार कमरे में घुसे
तो अचानक से कमरे में लगी फॉल सिलिंग धड़ाम से नीचे आ गिरी और वे दोनों बड़ी मुश्किल
से अपने आपको को बचा पाए। पार्षद आशीष ने बताया कि करीब एक साल पहले ही इस कमरे की
फॉल सिलिंग करवाई गई थी और यह फॉल सिलिंग भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। पार्षद कुक्कू सरदार ने आरोप लगाया कि नगर परिषद
की कमीशनखोरी का एक और मामला उजागर हो गया। उन्होंने कहा कि यदि फॉल सिलिंग लगवाने
में कमीशनखोरी का खेल नहीं हुआ होता तो यह हादसा नहीं हुआ होता।
काम के गारंटी की होगी जांच : ईओ
नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी सुरेश चौहान ने
कहा कि फॉल सिलिंग करने की घटना की हम जल्द ही जांच करेंगे। पता लगाया जाएगा कि इसका
टैंडर कब लगाया गया तथा यह फॉल सीलिंग किस ठेकेदार द्वारा लगाई गई थी। रिकॉर्ड में
देखेंगे कि काम की गारंटी कब तक की थी। अगर लापरवाही पाई गई, तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई
की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
