Haryana

पोल्ट्री उद्योग के नियमों को बदलेगी हरियाणा सरकार: नायब सैनी

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी पाेलट्री प्रतिनिधियाें से ज्ञापन लेते हुए

मुख्यमंत्री सैनी से मिला पोल्ट्री संघ का प्रतिनिधिमण्डलभारतीय पोल्ट्री फेडरेशन ने मुख्यमंत्री काे साैंपा मांग पत्र

चंडीगढ़, 16 जून (Udaipur Kiran) । हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि पोल्ट्री उद्योग भारत के कृषि क्षेत्र का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और तीव्र गति से विकसित होने वाला व्यवसाय है। कम निवेश, सीमित भूमि और सीमित संसाधनों के बावजूद यह व्यवसाय अधिक आय का अवसर देता है। मुख्यमंत्री ने पाेल्ट्री उद्याेग के नियमाें काे बदलने पर अपनी सहमति जताई है।

मुख्यमंत्री सैनी रविवार की रात अपने निवास पर भारतीय पोल्ट्री फेडरेशन के सदस्यों के साथ एक बैठक काे संबाेधित कर रहे

थे। बैठक में राज्य के शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा, भारतीय पोल्ट्री फेडरेशन के अध्यक्ष रणपाल ढांडा, उपाध्यक्ष संजीव गुप्ता, पोल्ट्री विशेषज्ञ तथा पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े किसान मौजूद रहे। इस बैठक में मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि पोल्ट्री उत्पादों की समयबद्ध आपूर्ति के लिए बेहतर कनेक्टिविटी, सुदृढ़ लॉजिस्टिक्स और प्रभावी कोल्ड चेन नेटवर्क की आवश्यकता होती है। इस दृष्टिकोण से हरियाणा इस उद्योग के लिए देश का सबसे उपयुक्त राज्य है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में सडक़, रेल और हवाई कनेक्टिविटी का सशक्त और आधुनिक नेटवर्क तैयार किया गया है। प्रदेश के प्रत्येक जिले से कम से कम एक राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरता है। इसके अतिरिक्त सरकार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) को लॉजिस्टिक्स हब के रूप में विकसित कर रही है, जिसमें हरियाणा के 22 में से 16 जिले सम्मिलित हैं। यह पोल्ट्री व्यवसाय के लिए अपार संभावनाओं के द्वार खोलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पोल्ट्री संघ ने एक मांग पत्र उन्हें सौंपा है, उस पर अधिकारियों के साथ बैठक करके गंभीरता से विचार किया जाएगा और नियमों में सरलीकरण किया जाएगा। उन्होंने पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े लोगों का आह्वान किया कि वे नियमों का पालन भी करें, ताकि आम जनता को भी कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि प्रदेश में यह उद्योग तीन लाख से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार दे रहा है। उन्होंने कहा कि पोल्ट्री पालन से जुड़े किसानों को व्यवसाय प्रबंधन, रोग नियंत्रण और विपणन जैसे विषयों पर निरंतर प्रशिक्षण देकर हम इस क्षेत्र को सशक्त बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि पोल्ट्री कचरे के प्रबंधन की गंभीर समस्या है। इसके निपटान के लिए सरल, सस्ती और प्रभावी तकनीक की आवश्यकता है। इस क्षेत्र पर कार्य करने की जरूरत है।

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(Udaipur Kiran) शर्मा

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