
मुंबई, 16 जून (Udaipur Kiran) । वरिष्ठ पत्रकार अरविंद विठ्ठल कुलकर्णी का रविवार को निधन हो गया। वे 84 वर्ष के थे। वे 2008-09 के दौरान हिंदुस्तान समाचार के मुंबई ब्यूरो चीफ भी रहे। उनके परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं। उनके बेटे डॉ. मल्हार और केदार उनके निधन के समय मुंबई में नहीं थे, इसलिए उनका अंतिम संस्कार आज यानी सोमवार दोपहर में पवई स्थित मोक्ष धाम में किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार पिछले चार दिनों से उनके सीने में कफ जमने की समस्या थी। लेकिन वे घर पर आराम कर रहे थे। आचार्य अत्रे के ‘मराठा’ से पत्रकारिता करियर की शुरुआत करने वाले अरविंदराव ने बाद में लंबे समय तक अंग्रेजी अखबार ‘मिड डे’ में राजनीतिक संपादक के तौर पर काम किया। वहां काम करते हुए खालिद अंसारी जैसे मुस्लिम प्रधान संपादक की मौजूदगी के बावजूद उन्होंने अपनी हिंदुत्व विचारधारा को छिपाए या त्यागे बिना पत्रकारिता की। अरविंदराव को एक जुझारू पत्रकार के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने महाराष्ट्र की राजनीति को करीब से देखा और विभिन्न पार्टी संगठनों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ अपने संबंधों के माध्यम से राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर सामग्री तैयार की और टिप्पणी की। स्वामी सावरकर, डॉ. हेडगेवार और प. भा. भावे के विचारों से प्रभावित अरविंदराव ने कुछ वर्षों तक साप्ताहिक विवेक और मासिक धर्म भास्कर का संपादन भी किया था। उन्होंने राष्ट्रीय समाचार एजेंसी ‘हिंदुस्थान समाचार’ के मुंबई ब्यूरो प्रमुख के रूप में भी महत्वपूर्ण काम किया था। उन्होंने कई युवाओं को राष्ट्रवादी पत्रकारिता का पाठ पढ़ाया था। लगभग एक दशक तक उन्होंने प. भा. भावे स्मृति समिति के कार्यकारी निदेशक के रूप में मुंबई और आसपास के इलाकों में कई गतिविधियां कीं। पिछले चार वर्षों से वे ‘अधोरेखित’ नामक यूट्यूब चैनल पर टिप्पणी प्रस्तुत कर रहे हैं। वे इस पर कई वैचारिक चर्चाएं और हिंदुत्व विचार प्रस्तुत करते थे। उनके सबसे बड़े बेटे डॉ. मल्हार आईआईटी मुंबई में संस्कृत भाषा के विभागाध्यक्ष हैं। जबकि केदार पिछले दो दशकों से अरुणाचल प्रदेश में वनवासी कल्याण आश्रम के पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं। उनके छोटे बेटे ओमकार कुलकर्णी अंग्रेजी भाषा के कवि हैं और फिल्मों और धारावाहिकों के क्षेत्र में लेखक-अभिनेता के रूप में प्रसिद्ध हैं।
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(Udaipur Kiran) यादव
