– नई कुटीर और ग्रामोद्योग नीति-2024 की मंत्री ने की घोषणा
गांधीनगर, 27 नवंबर (Udaipur Kiran) । उद्योग मंत्री बलवंत सिंह राजपूत ने बुधवार को गांधीनगर सचिवालय के स्वर्णिम संकुल-1 में नई कुटीर और ग्रामोद्योग नीति 2024 की घोषणा की। इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि भूपेन्द्र पटेल की नेतृत्व वाली राज्य सरकार हमेशा से समाज के अंतिम पायदान पर मौजूद लोगों को मुख्य स्थान पर रखते हुए नई नीति बनाती है। नई नीति में सामान्य नागरिकों को अधिक से अधिक फायदा हो, इसका विशेष ध्यान रखा गया है।
उद्योग मंत्री ने कहा कि पिछले 5 साल में कुटीर और ग्रामोद्योग के क्षेत्र में 8.75 लाख नए रोजगार का पैदा हुए हैं। इसे आगामी समय में 12 लाख तक पहुंचाने का सरकार का लक्ष्य है। वाजपेयी बैंकेबल योजना में ऋण की राशि 8 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये और सब्सिडी की राश 1.25 लाख रुपये से बढ़ाकर 3.75 लाख रुपये किया गया है। उन्होंने कहा कि इस साल 150 से अधिक मेला का आयोजन कर कारीगरों के उत्पादित वस्तुओं को बेचने के लिए सरकार की ओर से व्यवस्था की गई। राज्य के सूरत में शुरू हुए यूनिटी मॉल की तरह राजकोट, वडोदरा आदि शहरों में वे अपने प्रोडक्ट एक ही जगह पर बेच सके, इसकी व्यवस्था की जाएगी।
इस अवसर पर उन्होंने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार लुप्त होती कलाओं के लिए 70 हजार रुपये की सहायता और प्रोटोटाइप के लिए अधिकतम 20 हजार रुपये की सहायता देगी। कारीगरों के उत्पाद ई-कॉमर्स पर बेचने की योजना के तहत उन्हें विभिन्न तरीकों से सहायता प्रदान की जा रही है।
राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने कहा कि कारीगरों के उच्च गुणवत्तायुक्त प्रोडक्ट तेजी और आसानी से लोगों को मिल सके, इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू की गई है। अब तक ऑनलाइन प्लेटफार्म पर 5 हजार से अधिक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। राज्य सरकार के सहयोग से राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं एनआईडी और एनआईएफटी जैसी संस्थाओं के जरिए इन कारीगरों को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर मंत्री बलवंत सिंह राजपूत और राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने वर्ष 2023 के दौरान हस्तकला क्षेत्र में विशेष योगदान को लेकर 11 कारीगरों को पुरस्कृत किया। यूनिटी बैंड का विमोचन भी किया गया।
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(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय