Uttrakhand

सोशल मीडिया ने फिल्म प्रचार के तरीके को पूरी तरह से बदला: आरुषि निशंक

गोवा में अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव मंच पर आरुषि निशंक।
गोवा में अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव मंच पर आरुषि निशंक।
गोवा में अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव मंच पर आरुषि निशंक।
गोवा में अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव मंच पर आरुषि निशंक।

गोवा के अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के मंच पर एक पैनल चर्चा में आरुषि निशंक ने रखे अपने विचार

देहरादून, 26 नवंबर (Udaipur Kiran) । गोवा में चल रहे भारत का प्रतिष्ठित 55वां अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में अभिनेत्री, निर्माता और सामाजिक कार्यकर्ता आरुषि निशंक ने भी एक पैनलिस्ट के रूप में भाग लिया। इस चर्चा में आरुषि ने फिल्म इंडस्ट्री में सोशल मीडिया के प्रभाव पर चर्चा की। उनकी इस चर्चा ने न केवल फिल्म प्रेमियों को आकर्षित किया, बल्कि इंडस्ट्री में सकारात्मक बदलाव की जरूरत पर बल दिया।

दरअसल, अभिनेत्री, निर्माता और सामाजिक कार्यकर्ता आरुषि निशंक देहरादून की रहने वाली हैं और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियालनिशंक की बेटी है। फिल्म इंडस्ट्री और समाजसेवा में अलग पहचान बनाने वाली आरुषि निशंक अभिनेत्री, निर्माता के अलावा सामाजिक पर्यावरणविद् भी हैं। हाल ही में, उनकी हॉटस्टार वेब सीरीज लाइफ हिल गई ने दर्शकों के बीच धमाल मचाया और तीन हफ्तों तक ऑर्मैक्स की रेटिंग्स में टॉप पर बनी रही। गोवा के फिल्म महोत्सव में आरुषि निशंक ने सोमवार को एक पैनल सत्र में सिनेमा की दुनिया से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर खुलकर चर्चा की। इस पैनल में आरुषि के साथ लेखक और अभिनेता ध्रुव सेहगल, अभिनेत्री मीरा चोपड़ा, चलचित्र टॉकीज के मालिक वैभव मुंजाल, पत्रकार पूजा तलवार और अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के निदेशक पृथुल कुमार भी शामिल थे। इस पैनल में आरुषि निशंक ने सोशल मीडिया के फिल्म इंडस्ट्री पर पड़ने वाले प्रभाव पर गहरी बातचीत की। आरुषि ने कहा कि सोशल मीडिया ने फिल्म इंडस्ट्री के लिए नई दिशा और अवसर खोले हैं, खासकर फिल्म प्रमोशन और प्रतिभा को दर्शकों तक पहुंचाने के मामले में। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया ने फिल्म प्रचार के तरीके को पूरी तरह बदल दिया है और यह प्लेटफॉर्म न केवल फिल्में प्रमोट करने में मदद करता है, बल्कि नए टैलेंट को भी उजागर करने का एक शानदार माध्यम बन चुका है। हालांकि, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग कभी-कभी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, इसलिए इसके प्रति सतर्क रहना आवश्यक है और इसका उपयोग जिम्मेदारी से किया जाना चाहिए। जिससे यह केवल फिल्म इंडस्ट्री के लिए ही नहीं, बल्कि समाज के लिए भी लाभकारी बने। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम ने आरुषि निशंक को युवा पीढ़ी के दृष्टिकोण पर विचार रखने के लिए आमंत्रित किया था।

(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण

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