गुरुग्राम, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । सरकारी प्लॉट दिलाने के नाम पर एक महिला द्वारा रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। आरोप है कि महिला 5 हजार रुपये प्रति व्यक्ति रिश्वत लेती है। गांव कासन निवासी एक पीडि़त ने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री को भेजी है।
गांव कासन निवासी हरपाल पुत्र शिम्भू दयाल ने शिकायत देकर कहा है कि उसका व उसकी पत्नी की एचबीओ सीडब्ल्यू वेलफेयर बोर्ड से पहचान पत्र बना हुआ है। सरकार की ओर से महिलाओं को 18 हजार रूपये व पुरुषों को 13 हजार रुपये दिए जाते हैं। गांव की एक महिला अनीता मजदूरों के साथ ठगी कर रही है। वह प्रति व्यक्ति 5 हजार रुपये रिश्वत लेती है। उसने करीब 1500 कॉपियां इकट्ठी की हुई हैं। शिकायतकर्ता का आरोप है कि अनीता ने पिछले 3-4 दिन से उसके व उसके परिवार को परेशान कर रखा है। फोन करके दोनों पति-पत्नी से 10 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रही है। वह कहती है कि उसकी ऊपर तक पहुंच है। गरीब लोगों को वह प्लॉट दिलवाती है। पेंशन बनवाती है। गुरुग्राम से मानेसर तक वह काम करती है। उसकी सारी बातें पीडि़त ने रिकॉर्ड भी कर ली। हरपाल ने कहा कि इस बार में 25 अक्टूबर को उपायुक्त गुरुग्राम को व मुख्यमंत्री को सीएम विंडो के माध्यम से शिकायत भेजी गई थी। उसकी जांच थाना सेक्टर-7 आईएमटी मानेसर से सब-इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह को पौंपी गई। उन्होंने उन्हें थाना में बुलाया। जब हम थाने में मेरे बेटे ने बोर्ड का फोटो लिया। इस दौरान एक पुलिसकर्मी ने उसका मोबाइल छीनकर सब कुछ डिलीट कर दिया। आरोप है कि पुलिसवाले भी महिला से मिले हुए हैं। महिला द्वारा रिश्वत के जो सबूत उनके मोबाइल में थे, उन्हें नष्ट कर दिया गया। हरपाल ने गुहार लगाई है कि इस मामले में छापेमारी करके महिला पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
(Udaipur Kiran) हरियाणा