लखनऊ, 20 नवम्बर (Udaipur Kiran) । प्रदेश में उर्वरक के लिए किसानों द्वारा लम्बी लाइनों की सूचना के बीच कृषिमंत्री सूर्य प्रताप शाही औचक निरीक्षण करने निकले। रायबरेली की कई सहकारी समितियों पर दौरा करने के बाद किसानों को खाद की उपलब्धता की जानकारी दी गयी। इसके बाद कृषि मंत्री ने सुगमता पूर्वक उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिये।
सूर्य प्रताप शाही रबी फसलों की बुवाई के दृष्टिगत लखनऊ के बहुउद्देशीय सहकारी समिति लि०. निगोहा (विकास खण्ड-मोहनलालगंज), जनपद रायबरेली में इफको किसान सेवा केन्द्र, बछरावां, निजी क्षेत्र के उर्वरक विक्रय केन्द्र यादव खाद भण्डार, कुंदनगंज, बछरावां, श्याम खाद भण्डार, हरचंद्रपुर, रवि खाद भण्डार उमरी, सलोन, जय माँ शारदा ध्रुव एग्री जंक्शन केन्द्र, हरचंद्रपुर तथा जनपद प्रतापगढ़ में अम्बे खाद भण्डार व कृषक सेवा केन्द्र, रानीगंज, कैथौला बाजार, लालगंज का औचक निरीक्षण श्री अनिल कुमार पाठक, संयुक्त कृषि निदेशक, लखनऊ मण्डल, लखनऊ, उप कृषि निदेशक, लखनऊ एवं सम्बन्धित जिला कृषि अधिकारी के साथ औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान वहां पर उपस्थित किसानों से खाद की उपलब्धता के बारे में जानकारी की गई। कृषि मंत्री के द्वारा किसानों को बिना किसी असुविधा के सुगमतापूर्वक उर्वरक प्राप्त हो, इसके लिए निरीक्षण में उपस्थित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये गये।
उन्होंने कहा कि थोक उर्वरक विक्रेताओं द्वारा फुटकर उर्वरक विक्रेताओं को उर्वरक पहुँचाने की प्रक्रिया में किसी प्रकार से विलम्ब न किया जाए। उर्वरक विक्रेताओं के द्वारा कृषकों को उर्वरक के साथ कोई अन्य उत्पाद को टैगिंग अथवा होल्डिंग न करें। प्रदेश के समस्त उर्वरक बिक्री केन्द्रों पर उर्वरक का विक्रय बोरी में अंकित अधिकतम विक्रय मूल्य से अधिक दर पर बिक्री न कर रहे हो। उपरोक्त के क्रम कालाबाजारी, अधिक मूल्य पर बिक्री, उर्वरकों की होल्डिंग तथा टैगिंग से सम्बन्धित तथ्य प्रकाश में आता है तो तत्काल सम्बन्धित के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराते हुए उर्वरक विक्रय प्राधिकार पत्र को भी निरस्त करें एवं नियमानुसार विधिक कार्यवाही सम्पादित करें।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में भारत सरकार द्वारा 137 फास्फटिक उर्वरकों की रैक डिस्पैच की गई है, जिसमें से 94 रैके पहुँच चुकी है तथा शेष 43 फास्फेटिक रैक रास्ते में है, जिनके आगामी 02 से 03 दिन के भीतर अपने गन्तव्य तक पहुँचने की सम्भावना है। किसानों को फसल बुवाई में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। प्रदेश के किसान भाईयों को उनकी जोत/आवश्यकता के अनुसार उर्वरकों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराना प्रदेश सरकार का दायित्व है।
(Udaipur Kiran) / उपेन्द्र नाथ राय