धमतरी।, 18 नवंबर (Udaipur Kiran) । समर्थन मूल्य पर धान की खरीद शुरू होते धान का अवैध कारोबार शुरू हो गया है। शासन-प्रशासन द्वारा लाख समझाईश दिए जाने के बाद भी धान के अवैध कारोबार पर रोक नहीं लग पा रही है। अभी भी कई लोग इस कार्य में संलग्न हैं। कोचियों और लोगों के खिलाफ प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जा रही है। वनांचल क्षेत्र के गांवों में छापामार कार्रवाई करके प्रशासन की टीम ने पांच जगहों से 518 क्विंटल धान जब्त करके कार्रवाई की है।
धान खरीद करने के लिए मंडी प्रशासन से लाइसेंस लेना अनिवार्य है। लाइसेंस भी अलग-अलग प्रकार के है, जो ग्रामीणों से धान खरीद की मात्रा पर निर्भर करता है, इसके मंडी प्रशासन से लाइसेंस लेना अनिवार्य है। जबकि बिना लाइसेंस लिए ही गांव-गांव में कई लोग धान के अवैध कारोबार से जुड़े हुए है।
जिला खाद्य अधिकारी बीके कोर्राम ने बताया कि, ऐसे कोचिया समर्थन मूल्य पर धान बेचने इस तरह के धान को दूसरों के ऋण पुस्तिका पर खपाने की कोशिश करते हैं, इसलिए इन दिनों गांव-गांव में खाद्य विभाग समेत प्रशासन की टीम दबिश देकर अवैध ढंग से रखे धान जब्त कर कार्रवाई कर रही है, ताकि खरीद केंद्रों में अवैध ढंग से धान की खरीद न हो सके।
जिले में राजस्व, खाद्य विभाग एवं कृषि उपज मंडल के अधिकारियों के संयुक्त दल द्वारा अवैध धान भंडारण एवं परिवहन पर लगातार कार्यवाही की जा रही है। 15 नवंबर को ब्लाक स्तरीय उड़नदस्ता दल नगरी ने रोशन ट्रेडर्स बोराई, दीपके ट्रेडर्स बोराई, आयुष्मान ट्रेडिंग कम्पनी धमतरी, भंसाली ट्रेडर्स तथा बाबूलाल चम्पालाल जैन बोराई के प्रतिष्ठान में आकस्मिक जांच की गई। इस दौरान रोशन ट्रेडर्स बोराई में 160 क्विंटल, दीपके ट्रेडर्स बोराई में 108 क्विंटल, आयुष्मान ट्रेडिंग कंपनी धमतरी में 75 क्विंटल, भंसाली ट्रेडर्स में 115 क्विंटल तथा बाबूलाल चम्पालाल जैन ग्राम बोराई के दुकान में 60 क्विंटल अवैध धान का भंडारण पाये जाने पर इन चारों फर्म संचालकों के विरूद्ध मंडी अधिनियम 1972 के तहत प्रकरण दर्ज कर कुल 518 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा