नवादा ,17 नवम्बर (Udaipur Kiran) । जिले के नारदीगंज प्रखंड के डोहरा पंचायत के मोतनाजे गांव की सैकड़ों महिलाएं युवा बुजुर्ग किसानों ने गंगाजल परियोजना में सरकार को भूमि देने के विरुद्ध रविवार को गांव के सड़क पर धरना दिया।
इस दौरान गंगा जल योजना के तहत ग्रामीणों ने फेज 2 निर्माण हेतु अपने गांव की जमीन राज्य सरकार को देने से इंकार किया । ग्रामीण कपिल यादव,संजय कुमार,बिन्दा यादव,कृष्णा प्रसाद यादव ,गोपाल यादव,कमलेश कुमार समेत अन्य ग्रामीणों ने कहा सरकार को गंगा जल योजना को लेकर फेज एक हेतु भूमि दे चुके हैं। लेकिन अब मोतनाजे और मधुवन गांव को खाली करवाकर विस्थापित की जा रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले को लेकर बीते 23 सितम्बर 2024 को भी डीएम को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाया गया था।इसके पूर्व भी इन दोनों गांव को विस्थापित नहीं करने की मांग विभागीय अधिकारियों व आलाधिकारियों को भी कर चुके हैं।बताया गया कि मधुवन, मोतनाज़े गांव को हटाकर जलाशय योजना फेज दो बनना है।जबकि इसी के पास गया जिले के गहलौर घाट के पास सरकारी भूमि लगभग आठ सौ एकड़ है। उसमें जलाशय निर्माण करने से सरकार को सरकारी राशि की बचत होगी।
पूर्व में तेतर के पास जलाशय बना है । जो फेज एक है।मधुवन गांव के पास राजगृह से अधिक गर्म जल है।राजगीर में 52 कुंड के बारें में कहा जाता है,उसमें इस गांव तीन कुंड को मिलकर 52 कुंड हुए हैं। यहां स्नान करने से चर्मरोग से मुक्ति मिलती है।मकर सक्रांति में सुदूरवर्ती इलाकों के लोग घूमने के लिए आते हैं और स्नान करते हैं।यह नवादा जिले का ऐतिहासिक पर्यटक स्थल है।यह अग्निधारा के नाम से नवादा जिले में विख्यात है।इसे पर्यटन स्थल में विकसित करने की जरूरत है।
प्राचीनतम शिवलिंग भी है।जो हिंदू धर्म का आस्था है। इस दोनों गांव के खेतिहर है।जीविकोपार्जन का साधन है।पहाड़ी व जंगल होने के कारण पशुओं के पालन व चारागाह में ग्रामीणों को सहूलियत होती है।ऐसे में हमलोगों को विस्थापित नहीं किया जाय,अन्यथा हम सभी परिवार को भूखे मरने की नौबत आ जायेगी।वैसे ग्रामीणों ने कहा सरकार के खिलाफ ग्रामीणों ने जमीन अधिग्रहण को लेकर पटना हाइकोर्ट में 18 नवम्बर 2024 को सुनवाई होना है । कोर्ट का फैसला सर्वोपरि है , जिसका ग्रामीण सम्मान करेंगे।
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(Udaipur Kiran) / संजय कुमार सुमन