चित्तौड़गढ़, 14 नवंबर (Udaipur Kiran) । भगवान कृष्ण की भक्त एवं अपनी भक्ति से मेवाड़ की पहचान बनाने वाली मीराबाई की देश की सबसे बड़ी मूर्ति चित्तौड़गढ़ जिले के प्रख्यात कृष्ण धाम श्री सांवलियाजी में स्थापित की जा रही है। यह भक्ति भाव मुद्रा में खड़ी मूर्ति है, जो की अंबाजी मार्बल में ऑटोमेटिक मशीनों से तराशी गई है। मीरा सर्किल पर इस मूर्ति को क्रेन की सहायता से रखा गया है। इस सर्किल का पूरा कार्य होने के बाद मूर्ति का अनावरण आगामी दिनों में किया जाएगा। मीराबाई की यह मूर्ति करीब 10 फीट ऊंची है, जो की आने वाले दिनों में कृष्ण धाम श्री सांवलियाजी में श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र रहेगी।
जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़ जिले के प्रख्यात कृष्ण धाम श्री सांवलियाजी मंदिर में विकास के कई कार्य चल रहे हैं। इसी के तहत कस्बे में ही मीराबाई की एक मार्बल की श्वेत मूर्ति स्थापित करने का निर्णय बोर्ड बैठक में किया गया था। कस्बे में ही पहले, जहां मीरा सर्कल है और मीराबाई की एक प्रतिमा स्थापित है उसी के निकट नई प्रतिमा को स्थापित करने के लिए सर्किल तैयार किया गया है। नई प्रतिमा स्थापित होने के बाद पुराने सर्कल को हटाने की योजना है। वहीं अंबाजी मार्बल में यह मूर्ति आबू रोड के मावल ग्रोथ सेंटर स्थित त्रिवेदी कॉर्प प्राइवेट लिमिटेड इकाई में प्रोग्रामिंग बेस्ड ऑटोमैटिक मशीनों से तैयार की गई थी। तैयार होने के बाद इस मूर्ति को सांवलियाजी लाया गया। इसे सर्कल में स्थापित करने के लिए उदयपुर से एक बड़ी क्रेन मंगवाई गई थी। क्रेन की सहायता से साढ़े तीन टन वजनी प्रतिमा को सर्कल में रखा गया है। यह सारा कार्य काफी सावधानी से किया गया था। जब इस सर्किल का कार्य पूरा होगा तो प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। फिलहाल इसे कपड़े से ढंक दिया गया है। यह मीराबाई की देश की सबसे बड़ी प्रतिमा बताई जा रही है।
15 टन वजनी एक ही पत्थर पर तराशी प्रतिमा
त्रिवेदी कॉर्प लिमिटेड के जनरल मैनेजर पवन यादव ने बताया कि सीएनसी मशीन से इस मूर्ति को तराशा गया है। इसे तैयार करने में छह माह से अधिक का समय लगा है। करीब 15 टन वजनी पत्थर लेकर इस पर कार्य किया गया। क्ले मॉडल बनाया तथा 3डी डिजाइन अप्रूव कर इसे तैयार किया गया है। एक ही पत्थर पर इस प्रतिमा को तराशा है। यादव ने बताया कि देश में कहीं पर भी मीराबाई की 10 फीट ऊंची प्रतिमा नहीं है।
काशी विश्वनाथ मंदिर में भी किया काम
मीराबाई की सफेद मार्बल में भाव मुद्रा वाली मूर्ति तैयार करने वाली त्रिवेदी कॉर्प लिमिटेड देश के कई कई बड़े प्रोजेक्ट में काम कर चुकी है। जनरल मैनेजर पवन यादव ने बताया कि कंपनी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में काम किया है। राम मंदिर निर्माण में भी इस कंपनी का कार्य रहा है। साथ ही नई लोकसभा के निर्माण निर्माण में भी गेट के पैनल का कार्य इसी कंपनी ने किया। इसका बाद में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिलान्यास किया था।
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(Udaipur Kiran) / अखिल