शाजापुर, 13 नवंबर (Udaipur Kiran) । एक तरफ आज के दौर में विज्ञान हर दिन नई तरक्की कर रहाए है वहीं शाजापुर में अंधविश्वास की पराकाष्ठा पार करने वाले एक वाकये ने खूब सुर्खियां बटोरी ली है। ताजे मामले में महिला की मौत के 35 साल बाद उसकी आत्मा लेने के लिए परिजन अस्पताल पहुंचे और यहां पूजा-पाठ की। परिजन काफी देर अस्पताल गेट के बाहर पूजा-अर्चना करते रहे।
शाजापुर जिला अस्पताल में बुधवार को अजीबो-गरीब मामला देखने को मिला, जब वहां कुछ लोग अपने परिजन की आत्मा लेने पहुंच गए, जिसकी मौत 35 साल पहले हो चुकी थी। परिजनों का कहना था कि 35 वर्ष पहले कुंए में गिरने से भूरीबाई घायल हो गई थी जिसकी उपचार के दौरान शाजापुर जिला अस्पताल में मौत हो गई थी। इसके बाद अब परिवार में समस्याएं उत्पन्न होने लगी और पूरा परिवार परेशान रहने लगा जिस पर उन्हे सुझाव दिया गया कि महिला की आत्मा परिवार को परेशान कर रही है। परिजनों ने बताया कि आत्मा को मनाने के लिए जिला अस्पताल आए हैं और पूजा कर भूरीबाई की आत्मा को घर ले जाने का दावा किया। परिजनों ने बताया कि वे घर पर भजन-कीर्तन करेंगे जिससे आत्मा खुश हो जाएगी और इससे घर में सुख शांति होगी। आत्मा को मुकाम भी दिया जाएगा।
लाल साड़ी लेकर आत्मा को लेने पहुंचे परिजन
बुधवार दोपहर को ग्रामीण क्षेत्र का परिवार लाल साड़ी, पुष्पमाला, नारियल और अगरबत्ती लेकर जिला अस्पताल परिसर में पहुंचा और यहां एक पेड़ के नीचे बैठकर पूजा-अर्चना की। परिजनों ने बताया कि उन्हे आत्मा परेशान कर रही है जिसे लेने के लिए वे आए हैं और पूजा कर अपने साथ भूरीबाई को आत्मा को ले जाएंगे। भूरीबाई की कुंए में गिरने से इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई थी। 35 साल पहले हुई इस मौत के बाद अब परिवार पर संकट आ रहा है जिससे बचने के लिए तांत्रिक ने आत्मा को मनाने का उपाय दिया जिस पर भूरीबाई की आत्मा को लेने हेतु पूजा अर्चना की गई और परिजनों ने आत्मा को मनाने पहुंचे।
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(Udaipur Kiran) / मंगल नाहर