नई दिल्ली, 8 नवंबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को चिकित्सा उपकरण उद्योग को मजबूत करने की योजना की शुरुआत की। इसके तहत तीन सालों में यानि 2024-25 से 2026-27 में प्रारंभिक परिव्यय 500 करोड़ रुपये होगा। जेपी नड्डा ने इस योजना की शुरुआत करते हुए इसे गेम चेंजर बताया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार महत्वपूर्ण और परिवर्तनकारी परिणाम देने वाले केंद्रित हस्तक्षेपों के माध्यम से चिकित्सा उपकरण उद्योग को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। नड्डा ने कहा कि भारत इस क्षेत्र में विश्व स्तर पर नेतृत्व करने के लिए तैयार है। इस नई योजना का उद्देश्य आयात निर्भरता को कम करना, विकसित भारत 2047 को बढ़ावा देना और इस क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाना है।
उल्लेखनीय है कि यह एक व्यापक योजना है, जो चिकित्सा उपकरण उद्योग के महत्वपूर्ण क्षेत्रों, बुनियादी ढांचे और उद्योग को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है। इसमें प्रमुख घटकों और सहायक उपकरण का निर्माण, कौशल विकास, नैदानिक अध्ययन के लिए समर्थन, सामान्य विकास शामिल है। इस मौके पर राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल भी मौजूद रहीं।
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(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी