गुवाहाटी, 06 नवंबर (Udaipur Kiran) । हाल ही में कनाडा में गोलोकधाम द्वारा संचालित 25 एकड़ में फैले प्राचीन हिंदू मंदिर पर खालिस्तानियों द्वारा किए गए हमले की घटना ने हिंदू समुदाय को गहरा आघात पहुंचाया है। लगभग 35 साल पहले स्थापित मंदिर पर हुए इस हमले की गोलोक परिवार, गुवाहाटी ने कड़ी निंदा की है और इसे हिंदू समुदाय की आस्था पर हमला बताया है।
धर्मरत्न गोलोकधाम पीठाधीश्वर श्री स्वामी गोपाल शरण देवाचार्य को सन 2009 में हिंदू नवजागरण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। स्वामी निम्बार्क सम्प्रदाय के चार पारंपरिक वैष्णव शिक्षणों में से एक हैं। इनके अथक प्रयासों से दुनिया भर में 100 से भी ज्यादा मंदिरों का निर्माण हुआ। इनका कम से कम 108 मंदिरों का निर्माण करने का संकल्प है।
गुवाहाटी स्थित गोलोकधाम परिवार ने इस घटना को लेकर गहरी चिंता जताई है और इसे विश्वभर में हिंदुओं की सुरक्षा और धार्मिक स्थलों की पवित्रता पर एक गंभीर खतरा माना है। परिवार ने भारत सरकार और कनाडा सरकार दोनों से अपील की है कि वे ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें और हिंदू समुदाय के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
गोलोकधाम परिवार ने विश्वभर के हिंदू समुदाय से भी एकजुटता बनाए रखने की अपील की है और कहा कि इस तरह के कृत्य हमें हमारे धर्म और संस्कृति के प्रति और भी दृढ़ संकल्पित बनाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे हमले धार्मिक सौहार्द और शांति के माहौल को बिगाड़ने का प्रयास हैं, जिन्हें किसी भी स्थिति में सहन नहीं किया जाना चाहिए।
मंदिर पर हमले की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद हिंदू समुदाय ने सरकार से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कदम उठाने की मांग की है, ताकि विश्वभर में हिंदू धार्मिक स्थलों की पवित्रता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
आज पूरे विश्व में हिन्दू धर्म का प्रचार प्रसार करते हुए लोगों को ज्ञान से अभिभूत करवाते है। गुवाहाटी में गुरुजी ने राजकुमार, प्रमीला देवड़ा के निवास स्थान पर गुरु पूर्णिमा सन् 1997 को गोलोक परिवार के गुवाहाटी शाखा का गठन किया था।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश