-धामी ने त्योहार में सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों के घर जाकर शुभकामना देने की परम्परा की शुरू
देहरादून, 31 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवभूमि में सियासी सद्भाव की नींव की मुहिम को आगे बढ़ा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने पक्ष-विपक्ष का भेद किए बगैर त्योहार में वरिष्ठ नेताओं, पूर्व मुख्यमंत्रियों के घर जाकर शुभकामना देने की परम्परा की शुरू की। पिछले तीन दिनों में राज्यभर से लगभग 07 हजार से अधिक लोगों ने मुख्यमंत्री से मिलकर शुभकामनाएं दी हैं।
दीपोत्सव पर्व पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलने के लिए शुभचिंतकों का तांता लगा हुआ है। पिछले तीन दिनों में लगभग 07 हजार लोग सरकारी आवास में मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें दीपावली की शुभकामना दे चुके हैं। प्रदेशभर से आए लोगों का उन्होंने गर्मजोशी से स्वागत किया और सभी के स्वस्थ, सुखमय और सौभाग्यपूर्ण जीवन की कामना की।
इसी दौरान समय निकालकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों के घर जाकर उन्हें दीपावली की शुभकामना दी। वह पक्ष और विपक्ष के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों से मिलने पहुंचे, जिसे उत्तराखंड में राजनैतिक सौहार्द की एक शानदार परम्परा की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री धामी को एक सफल प्रशासक के साथ ही बेहद विनम्र और मिलनसार राजनेता माना जाता है। जब भी कोई त्योहार आता है वह प्रदेश के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों के साथ ही बड़े बुजुर्ग नेताओं से मिलने उनके घर पहुंचते हैं और उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।
दीपावली के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, भुवन चन्द खण्डूड़ी, डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, त्रिवेन्द्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत, सांसद अनिल बलूनी आदि राजनेताओं से मिलकर उन्हें शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री से मिलने के लिए उनके घर पर भी प्रदेशभर से हजारों शुभचिंतक पहुंचे। कैबिनेट मंत्रियों के साथ ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के अधिकतर विधायक भी दीप पर्व के मौके पर मुख्यमंत्री धामी से मिलने मुख्यमंत्री आवास में पहुंचे।
समीक्षा बैठक में विपक्षी विधायकों को आमंत्रित करके जीता था दिल
मुख्यमंत्री धामी ने पिछले वर्ष जब विधानसभावार क्षेत्रों में विकास कार्यों की समीक्षा की तो विपक्ष के विधायकों को पूरे सम्मान के साथ बैठक में आमंत्रित किया। विपक्ष के विधायकों ने भी उनका आमंत्रण स्वीकार किया और समीक्षा में शामिल हुए। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। विपक्ष के साथ चर्चा करने और उनके सुझावों पर अमल किए जाने के अच्छे परिणाम भी सामने आए।
धरातल पर उतरने लगीं 10–10 विकास योजनाएं
मुख्यमंत्री धामी एक और उम्दा उदाहरण पेश करते हुए सभी 70 विधायकों से अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र की 10–10 विकास योजनाओं के प्रस्ताव मांगे थे और विपक्षी विधायकों के प्रस्ताव प्राथमिकता के आधार पर स्वीकृत भी किए। धारचूला के कांग्रेस विधायक हरीश धामी ने तो इसके लिए मुख्यमंत्री धामी की सार्वजनिक तौर पर सराहना भी की। अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी इन विकास कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
————-
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार