यमुनानगर, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिला लघु सचिवालय पर अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों व पुलिस के बीच धक्का मुक्की हुई और पुलिस ने किसानों को बस में डालकर हिरासत में ले लिया। वहीं किसानों ने पुलिस पर लाठी चार्ज का आरोप लगाया।
मंगलवार को जिला लघु सचिवालय के सामने अनाज मंडी गेट पर बैठे किसान धरना प्रदर्शन कर रहे थे। जहां उन्होंने सांसदों के माध्यम से अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन देना था। लघु सचिवालय में आज दिशा बैठक चल रही थी जिसमें अंबाला के सांसद वरुण चौधरी व कुरुक्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल सहित जिला विधानसभा यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा और जगाधरी से विधायक अकरम खान भी मौजूद थे।
वहीं किसान लघु सचिवालय के गेट पर प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने किसानों से कहा कि किसानों का एक सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल यहां रह जाए बाकी किसानों को यहां से भेज दिया जाए। जिस पर भाकियू जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर ने सभी किसानों को वहां से भेज दिया और वह अपने सात किसानों के साथ यहां पर अपनी मांगों का ज्ञापन देने के लिए रुके हुए थे। चार घंटे बाद तक लघु सचिवालय में सांसदों की बैठक चलती रही। सांसदों ने किसानों से ज्ञापन नहीं लिया और इसके बाद ज्ञापन देने को लेकर पुलिस व किसानों के बीच बहस हो गई। किसान बेरिकेट तोड़कर अंदर जाने लगे जिस पर पुलिस के साथ धक्कामुक्की हो गई। पुलिस ने उन्हें बस में भरकर हिरासत में ले लिया।
भाकियू (टिकैत) जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर का कहना है कि वें पराली, डीएपी खाद व फसल खरीद की अपनी मांगों को लेकर इन सांसदों के माध्यम से ज्ञापन देना चाहते थे। और ना तो सासंदों ने ज्ञापन लिया और पुलिस ने किसानों के साथ दुर्व्यवहार किया। उन्होंने पुलिस पर लाठीचार्ज करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने जिला पुलिस प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि आने वाली 7 नवंबर को जिला लघु सचिवालय पर न केवल प्रदेश बल्कि राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता और हजारों की संख्या में किसान ट्रैक्टर लेकर यहां पहुंचेंगे और यहां पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / अवतार सिंह चुग