भीलवाड़ा, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । भीलवाड़ा जिले में कारोई थाना पुलिस ने रविवार को नकली नोटों के कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए नाकाबंदी के दौरान एक ऑल्टो कार से 200 रुपये के 27 नकली नोट बरामद किए हैं। पुलिस ने इस मामले में एक नाबालिग सहित कुल पांच युवकों को गिरफ्तार किया है। यह युवक नकली नोट चलाने की फिराक में भीलवाड़ा जिले में घूम रहे थे। फेस्टिव सीजन में दीपावली की खरीदारी के बीच नकली नोटों का बाजार में प्रसार रोकने के प्रयास में पुलिस ने नेशनल हाईवे पर नाकाबंदी कर चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
भीलवाड़ा के कारोई थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ युवक एक ऑल्टो कार में 200 रुपये के नकली नोट लेकर क्षेत्र में घूम रहे हैं। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी लक्ष्मीनारायण के नेतृत्व में पुलिस टीम ने नाकाबंदी शुरू की। इसी दौरान गंगापुर की ओर से एक संदिग्ध ऑल्टो कार आती हुई दिखाई दी। पुलिस ने कार को रोककर उसमें बैठे लोगों से पूछताछ की और तलाशी ली, जिसमें 200 रुपये के 27 नकली नोट और 2150 रुपये की असली करंसी बरामद की गई।
पुलिस ने इस मामले में रवि निगम पिता ओमप्रकाश निगम 37 निवासी बापू नगर भीलवाड़ा, प्रद्युमन सिंह पिता रणजीत सिंह 19 निवासी बालाघाट करौली, गौतम सिंह पिता विक्रम सिंह निवासी करौली, हर्षवर्धन सिंह पिता गजराज सिंह 20 निवासी बापू नगर भीलवाड़ा को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा एक नाबालिग को निरूद्व किया गया है। सभी आरोपियों से नकली नोट कहां से लाए गए थे और इन्हें कहां-कहां चलाने की योजना थी, इस बारे में उनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि फेस्टिवल सीजन में नकली नोटों के प्रसार की आशंका बनी रहती है। इसलिए खरीदारी करते समय नकली नोटों से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
कारोई थाना पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। पुलिस को उम्मीद है कि इन आरोपियों से पूछताछ में नकली करंसी के पूरे गिरोह का पर्दाफाश हो सकता है। कारोई थाना प्रभारी लक्ष्मीनारायण गुर्जर ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि गंगापुर की ओर से एक कार में कुछ लोग नकली नोटों को बाजार में चलाने की योजना बना रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने तुरंत हरकत में आते हुए कार्रवाई की योजना बनाई। पुलिस ने हाईवे पर संदिग्ध कार को रोकने के लिए नाकाबंदी की। इस दौरान जैसे ही संदिग्ध कार पहुंची, पुलिस ने उसे रोकने का इशारा किया, लेकिन कार में बैठे लोगों ने भागने की कोशिश की। पुलिस ने घेराबंदी कर कार को रोक लिया और तलाशी के दौरान उनके पास से नकली करंसी बरामद की गई। इस पूरे अभियान का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह के सुपरविजन में किया गया।
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(Udaipur Kiran) / मूलचंद