प्रयागराज, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज, सेंटर फॉर लीगल एजुकेशन में आईक्यूएसी के तत्वावधान में कानूनी प्रारूपण और दलील पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य कानूनी पेशे में उपयोग की जाने वाली व्यावहारिक तकनीकों और रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करना व कानून के छात्रों और पेशेवरों के मसौदा तैयार करने और वकालत करने के कौशल को बढ़ाना था।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता श्रेया गुप्ता (इलाहाबाद हाईकोर्ट की एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं) ने अपने व्याख्यान में विविध कानूनी मामलों को संभालने में अपने व्यापक अनुभव के साथ, कानूनी दस्तावेजों का मसौदा तैयार करने की जटिलताओं और प्रभावी पैरवी की कला में मूल्यवान अंतर्दृष्टि को छात्रों के मध्य साझा किया। इसके साथ ही सीपीसी 1908 के प्रासंगिक प्रावधानों और कुछ प्रमुख केसों व कानून की मदद से वकालत की गहराई से छात्रों को अवगत कराया। उन्होंने छात्रों को कोर्ट में होने वाले वाद-विवाद बयानबाजी के साथ लिखित बयान के प्रारूपण की मूल बारीकियों से भी छात्रों को अवगत कराया।
मुख्य वक्ता ने अनुबंध और रिट के प्रारूपण पर भी छात्रों का ध्यान केंद्रित किया। इस कार्यशाला में कानूनी मसौदे की संरचना, दलीलों में क्या करें और क्या न करें और कानूनी प्रक्रियाओं में हाल के विकास जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य प्रो आनंद शंकर सिंह, विभाग के संयोजक डॉ मनोज कुमार दुबे, कार्यक्रम संयोजक सृष्टि सिंह एवं कार्तिक अस्थाना व विभाग के अन्य शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विधि विभाग के 7जी सेमस्टर की छात्र आरुषि पंथारी एवं 7जी सेमस्टर के छात्र शिवांश श्रीवास्तव द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन विधि विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर कार्तिक अस्थाना ने किया।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र