जींद, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । एफएलएन के तहत जिले के 424 प्राथमिक स्कूलों में 26 अक्टूबर को पीटीएम व रीडिंग मेले का आयोजन किया जाएगा। रीडिंग मेला में जहां विद्यार्थियों को जीवन में किताबों के महत्व के बारे में जानकारी दी जाएगी, जिसमें शिक्षक विद्यार्थियों का सहयोग करेंगे। वहीं पीटीएम में विद्यार्थियों की कमियों को दूर करने के लिए शिक्षक अभिभावकों के साथ विचार विमर्श करेंगे। सरकारी स्कूलों में सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए शिक्षक-अभिभावक मीटिंग करने का निर्णय लिया है। इस मीटिंग में अभिभावक को शामिल होना है। बैठक में अभिभावकों को छात्र के प्रदर्शन के बारे में बताया जाएगा। पीटीएम में शिक्षक बच्चों के अभिभावकों को उनकी पढ़ाई के स्तर की रिपोर्ट कार्ड के माध्यम से जानकारी देंगे। बच्चा किस विषय में होशियार है और किस विषय में कमजाेर है, इसके बारे में अभिभावकों को भी जानकारी दी जाएगी। ताकि बच्चों की कमियों को दूर कर उन्हें हर विषय में दक्ष बनाया जा सके। विभाग का मानना है कि माता-पिता और शिक्षक विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए दो महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। इसलिए विद्यार्थियों के शैक्षणिक प्रदर्शन की बेहतरी के लिए उनके बीच बातचीत आवश्यक है। जिसे सुविधाजनक और उपयोगी बनाने के लिए पीटीएम एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है। कई विद्यार्थियों के सीखने में अंतराल हो सकता है। अभिभावक-शिक्षक बैठक का महत्व इस अंतर को दूर करना है। एफएलएन जिला कोऑर्डिनेटर राजेश वशिष्ठ ने बताया की 26 अक्टूबर को अभिभावक-शिक्षक बैठक स्कूलों में होगी, ताकि विद्यार्थियाें की कमियों को दूर किया जा सके और उन्हें हर विषय में दक्ष बनाया जा सके। पीटीएम को लेकर शेड्यूल जारी किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य प्राथमिक स्कूलों के बच्चों में सभी विषयों के प्रति रुचि पैदा करना है ताकि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी भी बेहतर शिक्षा ग्रहण कर सकें।
—————
(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा