रांची, 24 अक्टूबर( हि.स.)। रांची के उपायुक्त वरुण रंजन ने गुरुवार को मूसलाधार बारिश की संभावना को देखते हुए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं।
उन्होंने पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती उत्तरी अंडमान सागर पर बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण बरती जाने वाली सावधानियों एवं तैयारियों के संबंध में सभी सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बताया है कि पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी एवं निकटवर्ती उत्तरी अंडमान सागर पर बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण मूसलाधार बारिश होने की संभावना है, जिसको लेकर सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया।
उन्होंने कहा है कि निम्न दबाव क्षेत्र के कारण नदी-नाले, खेत-खलिहान, डैम के उफान पर होने के कारण निचले इलाकों में जलजमाव एवं कच्चे मकानों के गिरने के कारण रोजमर्रा की मूलभूत सुविधाओं के प्रभावित होने के वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
उन्होंने बताया कि रांची जिला अन्तर्गत कई स्थानों पर बिजली के तारों पर पेड़ों के गिरने के वजह से बिजली के तार टूटने के कारण विद्युत आपूर्ति अवरूद्ध हो सकती है। साथ ही बिजली के तार गिरने के कारण विद्युत धारा प्रवाहित होने के वजह से कोई अप्रिय घटना घटित होने की संभावना उत्पन्न हो सकती है। सम्पूर्ण जिला में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। इसको लेकर उपायुक्त वरुण रंजन की ओर से सम्बंधित पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
निम्न दबाव क्षेत्र के कारण होने के वजह से अत्यधिक लोगों के वायरल फीवर, मौसमी बीमारियों से ग्रसित होने अथवा किसी भी तरह की आपादा जनक परिस्थिति की संभावना को देखते हुये सभी अस्पतालों में एम्बुलेंस आवश्यक जीवन रक्षक दवाईयां एवं चिकित्सक स्टॉफ, नर्स को 24 घंटे तत्पर रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाए।
उन्होंने रांची जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले काफी नागरिकों के जरिये पेयजल के लिए कुआं, तालाब अन्य स्रोतों से पेयजल का इस्तेमाल किया जाता है। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण उक्त पेयजल स्रोत के गन्दा एवं पेयजल विषाक्त हो जाने की संभावना उत्पन्न हो सकती है। इस परिस्थिति में शुद्ध पेयजल सभी स्थानों पर उपलब्ध कराने के लिए सभी सम्बंधित विभाग आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
रांची जिला अन्तर्गत निम्न दबाव क्षेत्र के कारण होने के मद्देनजर अपने-अपने क्षेत्र में अवस्थित पुल पुलिया,पथ एवं पथ के दोनों किनारे लगे पेड़ो पर विशेष निगरानी रखेंगे। पुल-पुलिया के क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में यथाशीघ्र लोगों के आवाजाही के लिए डायवर्सन का निर्माण करते हुये सभी पथों पर आवाजाही सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा उन्होंने कई आवश्यक निर्देश दिए हैं।
(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे