– बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का 29वां दीक्षांत समारोह आयोजित
– पर्यावरण एवं सामाजिक सरोकारों पर रहा केंद्रित
झांसी, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का 29वां दीक्षांत समारोह राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की अध्यक्षता में गांधी सभागार में बुधवार को आयोजित किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ जीवन और पर्यावरण के पांच तत्वों -आकाश, वायु जल, पृथ्वी और अग्नि पर काव्य पाठ से हुआ।
अतिथियों का स्वागत कुलपति प्रोफेसर मुकेश पाण्डेय ने एकल पुष्प एवं चंदन, रुद्राक्ष, शमी, एवं नीम के पौधे देकर किया गया। इन्हें कार्यक्रम के उपरांत श्रीराम वाटिका में अर्पित किया गया। कुलाधिपति एवं अतिथियों द्वारा विभिन्न स्नातक एवं परास्नातक पाठ्यक्रमों के सर्वोच्च छात्रों को मेडल प्रदान किए गए।
राज्यपाल ने कहा कि विश्व पर भारत की शक्ति और सामर्थ्य का प्रभाव दिखने लगा है। इसका उदाहरण अमेरिका ने चोरी की 300 कलाकृतियां वापस की है।
कुलाधिपति ने बताया कि ब्रिक्स सम्मेलन से पूर्व रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि आप हमारा मार्गदर्शन कीजिए। हाल ही में प्रधानमंत्री की अमेरिकी यात्रा पर वहां भारत से चुराई गई 300 सांस्कृतिक धरोहरों को वापस किया गया। पूर्व में हुए जी 20 के आयोजन में भारत वैश्विक नेतृत्व का अग्रणी होकर उभरा। प्रधानमंत्री की संकल्पना मेक इन इंडिया से आगे आकर हम मेकिंग फॉर वर्ल्ड की ओर बढ़ रहे हैं। विश्व की प्रमुख पांच आर्थिक महा शक्तियों में आज भारत शामिल है। एफडीआई के निवेश में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। नालंदा विश्वविद्यालय पुनः आकार ले रहा। सांस्कृतिक पुनर्जागरण के साथ ही भारत मिसाइल उत्पादन के क्षेत्र में कार्य कर रहा है। यह सब इस बात का इशारा कर रहे हैं कि भारत आज वैश्विक महाशक्ति है। इसमें प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की शिक्षा, शोध, कौशल एवं नवाचार पर किए जा रहे कार्यों का प्रमुख योगदान है।
राज्यपाल ने झांसी जिलाधिकारी अविनाश कुमार एवं ललितपुर जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी को आंगनवाड़ी हेल्थ किट प्रदान करते हुए कहा कि व्यवस्था करें इस प्रकार की हेल्थ किट हर आंगनबाड़ी केंद्र पर हर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पास रहे। आंगनबाड़ी हेल्थ किट के अंदर- टॉवल, कंघी, नेल कटर, सुई-धागा, रंग-बिरंगे बटन, सीशा, डेटॉल साबुन डिटॉल लिक्विड, सोफ्रेमायकिन क्रीम, विटामिन डी की टेबलेट सामग्री शामिल है। इस किट का उद्देश्य छात्रों के रहन-सहन के तरीके, उनके स्वास्थ्य में सुधार एवं छोटी मोटी चोटों से उपचार करना है।
कुलाधिपति द्वारा इस अवसर दीक्षांत स्मारिका स्वर्णदीप्ति, कला और संस्कृति को समर्पित पत्रिका चितेरी एवं विश्वविद्यालय की गृह पत्रिका संचारिका का विमोचन किया गया। इसके साथ ही कुलाधिपति ने अपनी ओर से 200 पुस्तकें झांसी एवं ललितपुर के विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को प्रदान की। आंगनबाड़ी केंद्र की विभिन्न कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी किट जिसमें छात्रों के लिए कई प्रकार के खिलौने शामिल थे, प्रदान की। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा उन्नत भारत अभियान के अंतर्गत चयनित 5 ग्रामों में छात्रों के मध्य कारायी गई प्रतियोगिताओं के विजेता खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र वितरित किये।
राज्यपाल ने कहा कि 21वीं सदी भारत के साथ ही महिलाओं की भी सदी है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड की जल सहेलियां अपने द्वारा किए गए जल संरक्षण के कार्यों के लिए आज मिसाल बनी है। ऐसे ही ग्रामीण महिलाओं के समूह द्वारा तालाब खोदने का कार्य, लोगों को शराब छुड़वाने एवं गांव में चल रहे जुओं को बंद कर बच्चों को स्कूल भेजने में महिलाएं एक जुट होकर कार्य कर रही है। ऐसे प्रयास ही किसी भी देश को आगे ले जाने में साधन बनते हैं। प्रधानमंत्री की पहल से आज ड्रोन तकनीक का कृषि में इस्तेमाल हो रहा है ड्रोन दीदी की संकल्पना एवं ड्रोन पायलट ग्रामीण महिलाएं आज कृषि में आधुनिकता का मिसाल बनकर उभरी है। यह नए विकसित ग्रामीण भारत की पहचान है।
राज्यपाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में अर्जित ज्ञान अपने आर्थिक उपार्जन के साथ ही देश के विकास में योगदान दें। सदैव सीखने की प्रवृत्ति को बनाए रखें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की अभिप्रेरणा से केंद्र सरकार द्वारा डिफेंस कॉरिडोर का झांसी, ललितपुर, लखनऊ, चित्रकूट एवं कानपुर में प्रगति पर है। क्षेत्र के विश्वविद्यालयों की जिम्मेदारी है कि वह छात्रों को इससे जोड़ें। उन्होंने कहा कि विभिन्न विश्वविद्यालय की के पुस्तकालयों में पांडुलिपियों जर्जर हो रही है उनके डिजिटलाइजेशन के साथ ही छात्रों को उन पर शोध कर भारत के पुरातन ज्ञान को सबके सामने प्रस्तुत करना चाहिए।
(Udaipur Kiran) / महेश पटैरिया