कठुआ 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । कानूनी सेवा संस्थानों के कार्यों, पैरालीगल स्वयंसेवकों की भूमिका और कानूनी सहायता लागू करने के तौर-तरीकों पर कानूनी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम अध्यक्ष जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण कठुआ (प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश कठुआ) जतिंदर सिंह जम्वाल के नियंत्रण और पर्यवेक्षण के तहत एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कठुआ कामिया सिंह अंडोत्रा द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण कठुआ के सभी पैरालीगल स्वयंसेवक, जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण कठुआ के कर्मचारी और उप मुख्य कानूनी सहायता बचाव वकील ने भाग लिया। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कठुआ ने पैरालीगल स्वयंसेवकों की भूमिका के संबंध में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं को छुआ और इस बात पर जोर दिया कि न्याय तक पहुंच में आने वाली बाधाओं को दूर करने के उद्देश्य से पैरालीगल स्वयंसेवक आम लोगों और कानूनी सेवा संस्थानों के बीच की खाई को पाटने के लिए मध्यस्थ के रूप में कार्य करते हैं। सचिव जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण कठुआ द्वारा पैरालीगल स्वयंसेवकों को अवगत कराया गया कि वे कानूनी सेवा प्राधिकरण की आंखें और कान हैं और उनकी सहायता के बिना आम लोग बिना किसी डर और पूर्वाग्रह के कार्यालय तक नहीं पहुंच पाएंगे। सचिव डीएलएसए ने “कानूनी सहायता- आपका अधिकार“ के आदर्श वाक्य के साथ पैरालीगल स्वयंसेवकों के माध्यम से नागरिकों के बीच जागरूकता पैदा करने पर जोर दिया। उप मुख्य कानूनी सहायता बचाव वकील पुनीत कुमारी ने भी पैरालीगल स्वयंसेवकों को उनकी नैतिक, सामाजिक जिम्मेदारी और एनएएलएसए द्वारा सौंपे गए कर्तव्यों के बारे में बताया और उन्हें कानून के अनुसार अपने कर्तव्यों और दायित्वों का निर्वहन करने की सलाह दी गई।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया