सोलन, 21 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सोलन जिला ने औद्योगिक क्षेत्र में एक विशेष पहचान बनाई है, खासकर बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ (बीबीएन) क्षेत्र के माध्यम से जो हिमाचल का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है। इस क्षेत्र को एशिया के फार्मा हब के रूप में भी जाना जाता है, जहां एशिया की लगभग 35 प्रतिशत दवाओं का उत्पादन किया जा रहा है।
बद्दी में आयोजित फार्मा लैबकेम एक्सपो के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उद्योग, संसदीय कार्य तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री हर्षवर्द्धन चौहान ने कहा कि यह एक्सपो उद्योगपतियों को उत्पाद, प्रौद्योगिकी और नवाचारों को प्रदर्शित करने का एक बेहतर मंच प्रदान कर रहा है। उन्होंने उद्योगपतियों से हिमाचल प्रदेश में निवेश करने की अपील की।
हर्षवर्द्धन चौहान ने बताया कि बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र ने एशिया के सबसे बड़े फार्मास्युटिकल हब के रूप में अपनी जगह बनाई है, जहां 900 से अधिक फार्मास्युटिकल कंपनियां कार्यरत हैं। इनमें सिप्ला, डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज, कैडिला हेल्थकेयर, टोरेंट फार्मास्युटिकल्स, एबॉट लैबोरेटरीज और ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं।
मंत्री ने कहा कि विभागीय परियोजनाओं में हरित हिमाचल की परिकल्पना को साकार करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण के साथ विकसित हिमाचल की अवधारणा को पूरा करने के लिए सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने उद्योग विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में प्रस्तावित सभी औद्योगिक परियोजनाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए त्वरित कदम उठाए जाएं, ताकि जिले और प्रदेश में निवेश और रोजगार के अधिक अवसर सृजित हो सकें।
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(Udaipur Kiran) / संदीप शर्मा