– कई विदेशी शिल्पियों के अलावा देश के 90 से अधिक शिल्पी ले रहे हैं भाग
झज्जर, 21 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । बहादुरगढ़ में नाबार्ड के सहयोग से आयोजित 11वां हस्तशिल्प मेला सोमवार को उज्बेक कलाकारों के स्वागत के साथ औपचारिक रूप से शुरू हुआ। इस हस्तशिल्प एवं सांस्कृतिक उत्सव में उज़्बेकिस्तान से आए 6 कलाकारों के अलावा देश के 90 से अधिक शिल्पी भाग ले रहे हैं। मेले में पहले से दिन से ही बड़ी संख्या में दर्शक पहुंचने लगे।
बहादुरगढ़ के सेक्टर 6 में हस्तशिल्प एवं सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन प्राचीन कारीगर एसोसिएशन और रूरल अर्बन डेवलपमेंट फाऊंडेशन ने नाबार्ड के सहयोग से किया है। मेले का उद्घाटन सोमवार को नगर परिषद बहादुरगढ़ की अध्यक्ष सरोज रमेश राठी और नाबार्ड के अधिकारियों ने किया। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलन के साथ उज़्बेकिस्तान से आए कलाकारों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया। इस हस्तशिल्प मेले में पद्मश्री, शिल्प गुरु, राष्ट्रीय पुरस्कार और राज्य पुरस्कार प्राप्त कई शिल्पियों समेत 90 से अधिक शिल्पी भाग ले रहे हैं। आयोजन समिति की ओर से राज्य पुरस्कार प्राप्त शिल्पकार सूर्यकांत बोंदवाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से आए पीतल के पद्मश्री प्राप्त शिल्पकार दिलशाद हुसैन, दिल्ली से आए बोन कार्विंग के शिल्पगुरु से सम्मानित हबीब और बहादुरगढ़ निवासी काष्ठ शिल्पी शिल्पगुरु से सम्मानित राजेंद्र प्रसाद बोंदवाल की कला का प्रदर्शन भी मेले में किया गया है। खुर्जा पोटरी के राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त शिल्पी रिजुद्दीन राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त काष्ठ शिल्पी चंद्रकांत बोंदवाल, दिल्ली की नेशनल अवार्ड प्राप्त पेपरमेसी शिल्पी ऋतु कंसल, चिकन ग्रास की शिल्पी ज्योत्सना, क्ले मॉडलिंग में राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त अर्चना पंवार, हिमाचल के चंबा रुमाल की सिद्धहस्त कलाकार अनीता, ब्लॉक प्रिंट कलाकार राजस्थान के राजकुमार पांडे, टेराकोटा में दिल्ली राज्य पुरस्कार प्राप्त शिल्पी गैंग लहरी और मधुबनी पेंटिंग की हरियाणा राज्य पुरस्कार प्राप्त सम्मानित ज्योति की कला भी इस मेले में देखने को मिल रही है। मेले के उद्घाटन समारोह में नाबार्ड की सीजीएम निवेदिता तिवारी, डीडीएम अंकित दहिया, डीएमसी प्रवीण कादयान, एमएसएमई के संयुक्त निदेशक सुदर्शन और एडी नीलिमा भी मौजूद रही।
—————
(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज